झाबुआ लाइव डेस्क । झाबुआ का सकल व्यापारी संघ नाम का संगठन अब झाबुआ जिला मुख्यालय के व्यापरियों की आपसी खींचतान ओर उसमे शहर के दो राजनीतिक समूहों के बीच की खींचतान का अखाडा बनता जा रहा है 10 दिन पहले इस संगठन के अध्यक्ष बनाए गये “निर्मल अग्रवाल” अब अचानक बैकफुट पर आ गये है ओर किसी तरह से इस पद से मुक्ति चाह रहे बताई जाते है पूरे मामले पर पढिए “झाबुआ लाइव” की यह रिपोर्ट ।
किसके दबाव मे अग्रवाल —
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10 दिन पहले सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष बनाए गये थे निर्मल अग्रवाल ओर सचिव बनाए गये थे कमलेश पटेल जबकि 3 उपाध्यक्ष भी बनाई गये थे यह सारे निर्वाचन संविधान के अनुसार निर्विरोध होना बताया गया था । लेकिन अब निर्मल अग्रवाल ने लिखित मे राजेंद्र यादव को लिखकर नये चुनाव करवाने का आग्रह कर लिया है दूसरे शब्दो मे उन्होंने यह अध्यक्ष पद छोडने का फैसला कर लिया है । अब सवाल यह उठता है कि आखिर 10 दिनो मे ऐसा क्या हो गया कि अग्रवाल को यह कदम उठाना पडा ? जनचर्चाओ को अगर सही माने तो कमलेश पटेल को सचिव बनाने की बात को लेकर राजगढ़ नाका लाबी की ओर से नाराज़गी अग्रवाल के समक्ष कडे शब्द मे जाहिर की गई जिसके बाद निर्मल अग्रवाल का तह रवैया सामने आया । हालांकि अग्रवाल खेमे का कहना है कि निर्वाचन प्रक्रिया से कुछ व्यापारी ओर पदाधिकारी संतुष्ट नही है इसलिए वह चुनाव चाहते है ।
पटेल से आपत्ति क्यो —
बडा सवाल यह खडा हो रहा है कि आखिर सचिव बनाए गये कमलेश पटेल से राजगढ़ नाका को आपत्ति क्यों है ? सुत्र बताते है कि पटेल को राजगढ़ नाका लाबी राजवाड़ा लाबी का करीबी मानती है इसलिये विरोध किया जा यहा है ओर अग्रवाल शायद दोनो के विवाद मे पड़ना नही चाहते इसलिये पल्ला झाड रहे है ।
जिम्मेदार कैसै बच रहे है सवालो से—
1-राजेंद्र यादव– मेरे पास अभी उनका ( निर्मल अग्रवाल) का इस्तीफा नही आया है ऐसी कोई बात फ़िलहाल नही है ।
2-कमलेश पटेल—चर्चा मैने सुनी है कि वह इस्तीफा दे रहे है लेकिन वह है आपको हकीकत ओर कारण बता पायेंगे ।
3-निर्मल अग्रवाल–कुछ लोग निर्वाचन प्रक्रिया नियमानुसार होने के बावजूद संतुष्ट नही थे इसलिए मेनन फिर से चुनाव कराने का लिखा है राजगढ़ नाके के दबाव जैसी कोई बात नहीं है ।