झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
लंबे समय से शहर में अतिक्रमण पैर पसार रहा था। जिसके कारण आम जनता को परेशान होना पड़ रहा था। शहर की सड़कों पर अतिक्रमण इतना हो गया था कि आए दिन मुख्य मार्ग पर घंटो जाम की स्थिति बनती थी। मंगलवार को ही सुबह से नपं कर्मचारी रोड़ पर जमा हाथठेलों, सब्जी वालों और व्यापारियों की दुकान के सामने चूने से लाइन खींची गई। इस लाइन से जो भी आगे आया उसे हटाया गया और अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई की। नया बस स्टैंड पर जमा फल विक्रेताओं को नगर परिषद के कर्मचारियों ने राजनीतिक दबाव के चलते लाइन के पीछे कर दिया। लेकिन जो बेचारे सब्जी वाले जो नीचे बैठकर अपनी रोजी चला रहे थे उन्हें हटा दिया गया, जबकि वे लाइन के पीछे थे। इसे देख आसपास के नगरवासियों में आक्रोश उत्पन्न हो गया और नपं के कर्मचारियों से बहस की, तो नपं के कर्मचारी वहां से आगे निकल गए। इसके बाद गांधी चौक चौराहे पर भी यही स्थिति निर्मित हुई तो नपं के कर्मचारी वहां से भी आगे निकल गए।
तहसीलदार वीएस कलेश, सीएमओ एलएस डोडिया, एएसआई बीएस सिसौदिया ने टीम बनाकर फिर से दोपहर 2 बजे जैसे ही कार्रवाई शुरू की गई। लोगों का कहना था कि प्रशासन को एक बार मुनादी करना चाहिए थी। इस दौरान किसी ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाया तो किसी ने बहस कि तो जेसीबी से उसका अतिक्रमण हटाया। भगतसिंह मार्ग पर व्यापारियों ने रोड के दोनों और कई फीट तक अतिक्रमण कर रखा था। कार्रवाई में पुलिस व प्रशासन को यहां सबसे ज्यादा समय लगा। नपा अमले ने कई सामान जब्त किया। नपा अमले ने पुलिस और राजस्व विभाग के साथ मिलकर वार्ड क्रमांक 6 में गांधी चौक से लेकर भगतसिंह मार्ग, साई मंदिर मार्ग पर टीन शेड व गुमटियां हटाने के साथ पक्के अतिक्रमण तोड़े। इस दौरान कई जगहों पर पुलिस व दुकानदारों की बहस भी हुई। इसके बाद पार्षद की दादागिरी के चलते कुछ स्थान अतिक्रमण तोडऩे में प्रशासन नाकामयाब रहा। बहस में प्रशासन के खिलाफ नही चलेगी नही चलेगी प्रशासन की तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारो के साथ नारेबाजी भी की गई। कार्रवाई मे नपा अमले ने दुकानों के बाहर रखा सामान भी जब्त किया।