छोटे से गांव की रहने वाली इस महिला ने ऐसे पाया ऊंचा मुकाम, खुद ने अपने हुनर को पहचाना

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झाबुआ। वास्तविकता में आप अगर कुछ करना चाहते है तो परिस्थितियाँ आपको रोक नहीं सकती। ऐसी ही कहानी है करवड गांव की रहने वाली एक महिला निलेश्वरी पाटीदार की उन्होंने छोटे से गांव करवड़ में रहने के बाद भी अपनी कला एवं अपने हुनर को पहचाना और हैंडमेड ज्वैलरी बनाना घर से ही प्रारंभ किया। 

निलेश्वरी को बचपन से ही कलात्मक कार्यों में रूचि थी। लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि कलात्मक कार्यों से भी व्यवसाय प्रारंभ किया जा सकता था। जैसा कि हमारे यहां शिक्षा एवं डिग्रीयों को ही ज्यादा महत्व दिया जाता है उसी प्रकार उन्होंने भी अपनी मास्टर डिग्री कॉमर्स और साथ ही बीएड की डिग्री हासिल की। परन्तु लॉकडाउन के समय कही नौकरिया नहीं थी तब उन्होंने अपना कुछ व्यवसाय प्रारंभ करने का सोचा। परन्तु गांव में रहने की वजह से समस्या थी की क्‍या कार्य करें। उन्होंने अपनी कला को पहचाना एवं हैण्डमेड ज्वैलरी बनाने का निश्चय किया एवं निलेश्वरी ने हैण्डमेड ज्वैलरी में फेबरीक ज्वैलरी फ्लावर ज्वैलरी व बीडेड ज्वैलरी बनाना प्रारंभ किया।

 

उन्होंने देखा कि आज ऑनलाईन के समय में कहीं भी रहो आप दुनिया से कनेक्ट हो सकते है। निलेश्वरी ने अपने ब्रांड का नाम सखी सहेली रखा एवं उन्होंने अपनी ज्वैलरी बना कर इन्सटाग्राम, फेसबुक, व्हाटसप पर पोस्ट की। तभी सभी ने उनकी ज्वैलरी को बहुत पसन्द किया और ऑनलाईन ऑर्डर भी आना प्रारंभ हो गए। इसी तरह वो अपने काम मे आगे बढती रही आज उनके साथ उनके गाँव करवड की तीन चार महिलाएं भी उनके साथ काम करती है।

निलेश्वरी का कहना है कि मुझे इस काम में मन लगता है और अपने कार्य में मजा आता है क्योंकि यह मेंरी रूची का काम है। जब हम हमारी रूची के काम के साथ व्यवसाय करते है तो उसमें एक अलग ही उर्जा होती है। उनका सपना है कि अपने व्यवसाय के माध्यम से गांव में और भी महिलाओ को वित्तीय सहायता प्रदान कर पाये| ग्रमीण महिलाओ को उनके खाली समय को सदउपयोग करने में प्रोत्साहित कर पाये। निलेश्वरी का मानना है कि अगर आप कोई भी कार्य प्रारंभ करना चाहते है तो अपकी उम्र आपका रास्ता नहीं रोक सकती उन्होंने 31 की उम्र अपना व्यवसाय प्रारंभ करने में कोई संकोच नहीं किया। 

विदेश में भी पहुंचाई ज्वैलरी

सखी सहेली अपनी ज्वैलरी देश के कई राज्यों में भेज चुकी है और विदेश में भी इन्होने अपनी ज्वैलरी पहुँचाई है। निलेश्वरी का कहना है की हम सभी को छोटे व्यवसाय और हस्त कला को बढावा देना चहिये हमारे आस पास बहुत से एसे कलाकार है जिन्हें हमें सम्मान देने की जरूरत है ।

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