बाजारवाद ने खानपान को स्वास्थ्य से दूर कर वस्तु में परिवर्तित कर दिया है, हमें इस चुनौती को स्वीकार करना होगा -पारस सकलेचा
प्राकृतिक स्वास्थ्य के प्रति बालक से लेकर युवा तक सभी को जागृत करना बड़ी चुनौती है। यह बात समाजसेवी रवि कटारिया ने कही । आप योग अनुसंधान एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र द्वारा आयोजित तीन दिवसीय शिविर के समापन अवसर पर बोल रहे थे ।
पारस सकलेचा ने कहा कि शिविर में जो भी सीखा है तथा जो पाया है , उसे और लोगों तक पहुंचाने की चुनौती स्वीकार करें । स्वास्थ्य मे 70% प्रतिशत हिस्सा भोजन का है , और बाजारवाद संस्कृति ने खानपान को स्वास्थ्य से दूर कर दिया है । इसके प्रति जागृति लाना जरूरी है ।
