झाबुआ डेस्क। झाबुआ जेल परिसर में राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग और जेल प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का आज गरिमामय समापन हो गया। इस अनूठी पहल ने जेल में बंदियों के बीच सकारात्मक ऊर्जा और उत्साह का संचार किया, खासकर ‘बंदी’ शब्द के स्थान पर ‘नंदी’ संबोधन की शुरुआत ने एक नई सामाजिक क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया है।
