चन्द्रशेखर आज़ाद नगर। अन्नकूट महोत्सव पहले शहरी क्षेत्रों तक मनाया जाता था एवं उसका महत्व भी वही तक सीमित था मगर वर्तमान में ग्रामीण अंचलों में भी एक के बाद एक ग्राम में अन्न्कूट महोतसव धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिसके तहत गुजरात बॉर्डर से लगा हनुमान मंदिर सेजावाड़ा में ग्रामीणों द्वारा अंकूट महोत्सव मनाते हुए 56 भोग की प्रसादी अर्पित कर महा आरती की गई। साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें मध्य प्रदेश के साथ गुजरात राज्य के ग्रामीण अंचल के लोगों ने भी अंकूट महोत्सव में भाग लेकर महाप्रसादी (भोजन) ग्रहण की।
