आरिफ हुसैन, चंद्रशेखर आजाद नगर
चंद्रशेखर आजाद नगर में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह एक बार फिर होगा। यहां 27 अप्रैल को हुए विवाह समारोह में सिर्फ 57 जोड़े पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी जाहिर की थी। दोबारा आयोजन कराने के लिए अधिकारियों की मौजूदगी में मप्र वन निगम मंडल अध्यक्ष माधोसिंह डावर की अध्यक्षता में शनिवार दोपहर बैठक हुई।
पिछले दिनों हुए सामूहिक विवाह समारोह में जोड़ो की कम संख्या देखकर मप्र वन निगम मंडल अध्यक्ष माधोसिंह डावर ने अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने मंच से ही अधिकारियों को आड़े हाथों लिया था। कई ऐसे जोड़े भी थे जिनके आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। इसकी जानकारी जब डावर को लगी तो उन्होंने छूटे हुए जोड़ो के लिए दोबारा आयोजन कराने की बात कही थी। शनिवार को हुई बैठक में विवाह आयोजन दोबारा करने का निर्णय लिया। डावर ने अधिकारियों के साथ बैठक कर आयोजन व आवेदन लेने की तिथि पर चर्चा की। बैठक में जनपद अध्यक्ष इंदरसिंह डावर, एसडीएम जानकी यादव, जनपद सीईओ भुरसिंह चौहान मंडल अध्यक्ष मनीष शुक्ला, मंडल कोषाध्यक्ष धमेन्द्र जायसवाल सहित संदा सरपंच श्यामसिंह बामनिया, रतनसिंह बिलवाल, बरझर सरपंच हिमसिंह बारिया, रिंगोल सरपंच महेश भूरिया, जवानिया सरपंच नरसिंह भूरिया सहित 34 पंचायत के सरपंच व अधिकारी मौजूद रहे।
ये हुआ निर्णय
बैठक में अधिकारियों ने निर्णय लिया कि छूटे हुए जाेड़े और नए जोड़ो के लिए एक बार फिर से पंजीयन की प्रक्रिया शुरू होगी। सूत्रों के अनुसार 1 से 10 मई तक आवेदन लिए जाएंगे। संभवत: 20 मई को विवाह आयोजन हो सकता है। अभी जगह तय नहीं हुई है। अधिकारियों की माने तो स्थान का चयन समिति करेगी। गौरतलब है कि चंशेआ नगर जनपद क्षेत्र के कुल 147 जोड़ो ने आवेदन दिया था। इसमें से महज 41 को ही स्वीकृति दी गई थी। बाकी 106 आवेदनों में त्रुटि निकालते हुए अधिकारियों ने इसे निरस्त कर दिए थे। विवाह में पात्र 4 जोड़े नहीं पहुंचे थे। वहीं जबकि नगरीय क्षेत्र के 19 जोड़ो ने फेरे लिए थे। इस तरह 57 नवयुवक ने फेरे लिए थे।
विवाह समारोह पर हुई चर्चा
पिछले दिनों हुए विवाह समारोह में जो समस्याएं और शिकायत आई थी उसे दूर करने के लिए बैठक रखी गई थी। दोबारा विवाह समारोह करने के लिए भोपाल स्तर पर भी चर्चा की है। बैठक में आगामी दिनों में विवाह आयोजन कराने व आवेदन लेने की तिथि पर चर्चा हुई है। फिर से रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। जो भी पात्र छूट गए थे उनका पंजीयन कराया जाएगा, ताकि उन्हें हितलाभ दिलाया जा सके।
माधोसिंह डावर, मप्र वन निगम मंडल अध्यक्ष