पुलिस को नजर नहीं आती ओवरलोडिंग, वाहन चेकिंग के नाम पर औपचारिकता
आरिफ हुसैन, चंद्रशेखर आजाद नगर
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। पुलिस को ओवरलोडिंग वाहन नजर नहीं आ रहे हैं। दरअसल, प्रदेश में जब भी कोई घटना होती है तो पुलिस और प्रशासनी अमला जोर-जोर से चालानी कार्रवाई करने लग जाता है। लेकिन चंद्रशेखर आजाद नगर क्षेत्र में चेकिंग के नाम पर सिर्फ औपचारिकता की जा रही है। यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग खतरा मोल लेकर वाहनों में सफर कर रहे हैं। हर वाहन पर ओवर लोडिंग आसानी से देखी जा सकती है।
पुलिस थाने के सामने से ही ओवर लोडिंग वाहन निकलते हैं लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं देते। कोई वाहनों पर लटक कर सफर कर रहा है तो कोई वाहनों की छत पर बैठा नजर आता है। जिम्मेदारों की यह लापरवाही बड़े हादसे को न्योता दे रही है।
जान जोखिम में डाल कर यात्री करते है सफर
स्कूल के समय भी बाइकर्स तेज रफ्तार से बाइक चलाते नजर आते है। थाना आज़ाद नगर पुलिस नही लगा पा रही अंकुश। ओवर लोडिंग वाहनों की बात करे तो वाहन चालक अधिक संख्या में सवारियों को वाहन के ऊपर बैठाकर चलाते है। जिससे बड़ी दुर्घटना घट सकती है। अक्सर वाहन ओवर लोडिंग के चलते असन्तुलन होकर दुर्घटना का शिकार हो जाते है। पुलिस प्रशासन को इस ओर ध्यान आकर्षित कर ओवर लोडिंग वाहनों पर करवाई करनी चाहिए। अगर समय रहते हुए करवाई की जाए तो एक बड़ी घटना घटने से बचा जा सकता है साथ ही कम उम्र के बच्चे भी बाइक या टेक्टर जैसे वाहन चलाते है उनके माता-पिता को बुलाकर ट्रैफिक के नियमो के बारे में बताना चाहिए, जिससे पनिशमेंट भी मिल जाए। इसके अलावा ट्रेक्टर पर भी छोटे बच्चे तेज गति और तेज साउंड गाने बजाकर नगर के बीच से गुजरते है। जिस पर करवाई करनी चाहिए। नाबालिग वाहन चालकों पर कार्रवाई की जरूरत है।
स्पीड ब्रेकर भी नहीं, हादसे का रहता है अंदेशा
प्रशासन को नगर के हर चौराहो पर बस स्टैंड, स्कूल जैसे स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनाना चाहिए। नगर में तेज गति से चलने वाले वाहनों पर अंकुश लग सके स्पीड ब्रेकर भी सीमित स्थिति में बनाए जाए। ताकि कार जैसे छोटे वाहनों को निकलने में परेशानी न हो।