जंगल को बचाना है तो घर के सदस्यों की तरह जंगल के छोटे-बडे़ सभी पेड़ पौधे व जीव जंतु को बचाना होगा : सीसीएफ इंदौर सनोड़िया
आरिफ हुसैन, चंद्रशेखर आजाद नगर
बाघ वहीं रहता हैं जहां साफ सफाई होती हैं। हमें भी जहां रहते हैं वहां बाघ की तरह पर्यावरण को साफ सुधरा रखना चाहिए। हम जिस प्रकार परिवार को खुशहाल बनाने के लिए परिवार में छोटे से लेकर घर के बडो़ सभी का संरक्षण व सम्मान करते हैं वैसे ही जंगल व जंगली जीवों को बचाना हैं तो उनका प्रत्येक स्थिति में संरक्षण जरूरी हैं| सभी को चाहिए जिस प्रकार घर के छोटे से बडे़ के स्वास्थ्य की चिंता करते हैं वैसे ही यदि वातावरण को स्वच्छ व साफ सुथरा बनाना हैं तो हमें छोटे से बडे़ पेड़ पौधों व जंगली प्राणियों को संरक्षित करना होगा। यह बात वन विभाग के आयोजित अनुभूति कैंप में वन विभाग के मुख्य वन वृत संरक्षक, इंदौर संभाग के द्वारा उत्कृष्ट विद्यालय व भूराघाटा हाईस्कूल के स्कूली छात्र-छात्राओं से कहीं।सीसीएफ सनोडिया ने बताया कि मध्यप्रदेश को टाईगर स्टेट कहा जाता हैं यहां 2018 के पहले 526 बाघ थे जो वर्तमान में 785 हो गये हैं।

अनुभूति कैंप के दौरान स्कूली बच्चों को कदवाल के वनक्षेत्र सतपाल के जंगल का भ्रमण करवाया गया भ्रमण के दौरान वन विभाग एसडीओ, चंद्रशेखर आजाद नगर मनीषा पुरवार,रेंजर रीतिका यादव ने वन परिक्षेत्र में बनी कंटूर संरचना,चेकडेम, बोरी बंधान व वनस्पतियों के बारे में जानकारी दी। बच्चों के माध्यम से मैं बाघ हूं कि अभिनव गीत की प्रस्तुती के माध्यम से स्कूली बच्चों का मनोरंजन करवाया।
