गणवेश के नाम पर हो रहा खेला…स्कूलों में अब तक नहीं पहुंची गणवेश, जिन विद्यार्थियों को दी उसकी साइज में भी गड़बड़

आरिफ हुसैन, चंद्रशेखर आजाद नगर

शासकीय स्कूलों में दी जाने वाली गणवेश को लेकर अधिकारियों की मिली भगत से बड़ा खेला किया जा रहा है। स्कूलों में शैक्षणिक सत्र शुरू होने के दो माह बाद कुछ स्कूलों में गणवेश पहुंची है तो कई में अब भी नहीं पहुंची। इस गणवेश की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। किसी विद्यार्थी को पेंट छोटी पड़ गई तो किसी विद्यार्थी को अब तक गणवेश नहीं मिल पाई है।

पायल को लैगी नहीं दी गई। इसकी यूनिफार्म के भी रूए निकल रहे हैं।

 ग्राम सेजावाड़ा के शासकीय प्राथमिक विद्यालय जामला फलिया में कक्षा 1 से 5वीं तक 102 बच्चे अध्ययनरत है। यहां पर 50 छात्र और 52 छात्राएं पढाई करती है। लेकिन इन बच्चों को अब तक गणवेश नहीं मिल पाई है। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय पटेलिया फलिया ग्राम अमनकुआं में कुछ बच्चों को गणवेश दी गई तो कुछ को नहीं मिली। कइयों की साइज में भी समस्या आ रही है। छात्राओं को तो लैगिस भी नहीं दी जबकि गत वर्ष छात्राओं को लैगिस दी गई थी। एकीकृत शाला ग्राम अमनकुआं फलिया झोतराड़ा में भी छात्र-छात्राओं की साइज की गणवेश नहीं मिली। 

अल्पेश को शर्ट दिया, लेकिन इसकी शर्ट पर बीग बॉस का लोगो है।

एकीकृत शाला अमनकुआ झोतराड़ा में पढ़ने वाले अल्पेश यूनिफार्म तो दी लेकिन यह समूह द्वारा नहीं सिली गई है। क्योंकि इसकी कॉलर पर बिग बॉस का लोगो लगा है। इस तरह कुछ अन्य शर्ट की कॉलर पर अशोक का लोगा भी था। इसी स्कूल की छात्रा काजल और पायल को स्कर्ट और शर्ट तो दिया लेकिन लैगी नहीं दी। जबकि गत वर्ष लैगी भी मिली थी। शासकीय प्राथमिक विद्यालय जामला फलिया ग्राम सेजवाड़ा के छात्र दीनू ने बताया उसे भी यूनिफार्म नहीं मिली है। पूछने पर शिक्षक कहते हैं आगे से आएगी तो दे दी जाएगी।  दूसरी ओर विद्यार्थियों को दिए गए कपड़े पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि कुछ ही दिन में शर्ट पर रूएं निकल आए हैं। जो गुणवत्ता की पोल खोल रहे हैं।

कुछ शर्ट पर आरजी भी लिखा हुआ है।

अधिकारी को नहीं पता, अनभिज्ञता कर रहे जाहिर

एक तरफ देश में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं और समहों को काम दिया जा रहा है चाहे वह गणवेश का हो या सोसायटी हो। ऐसे में जब एनआरएलएम के प्रबंधक मुकेश शिंदे से चर्चा की गई तो वे बात को घूमाने लगे। उन्होंने मामले से अनिभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने पूछा कि किस स्कूल में गणवेश नहीं मिली है आप मुझे उसके नाम बता दो। मैं दिखवाता लेता हूं।

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