2 साल बाद फिर आ गया डेंगू,स्वास्थ्य विभाग जानकर बन रहा अनजान ,पंचायत भी उदासीन

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लवेश स्वर्णकार / पन्नालाल पाटीदार की रिपोर्ट-

इन दिनों रायपुरिया की जनता में भय का वातावरण बना हुआ है। इसी तरह का भय का वातावरण आज से ठीक 2 वर्ष पूर्व हुवा जब रायपुरिया में डेंगू फैला था । अब फिर डेंगू जैसी घातक बीमारी का साया रायपुरिया में मंडरा रहा है। रायपुरिया में मिली जानकारी के अनुसार अभी तक एक मरीज को डेंगू होने की पुष्टि हो चुकी है । यह पुष्टि रतलाम की एक लेब में हुई है चुकी इलाके में डेंगू की जांच नही होती और अगर कहि अवैधानिक तरीके से होती है तो वो वेध नही है और उसकी रिपोर्ट भी वो नही दे सकेंगे। दरअसल रतलाम के एक निजी अस्पताल में इस मरीज इलाज हुवा है और वही इसकी पुष्टि भी हुई हैं। दो साल जब ड़ेंगू रायपुरिया में फैला था तब झाबुआ लाइव ने लगातार खबरो से प्रशासन को चेताया था लेकिन स्वास्थ्य विभाग मानने को तैयार नही था कि ड़ेंगू फैला हालांकि लगातार खबरो के बाद अंततः स्वस्थ्य विभाग हरकत में आया था और स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया टीम ने घर घर जाकर स्लाइड बनाई थी और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्राम में कई जगह ड़ेंगू का लार्वा भी नष्ट किया था। अब दो साल बाद रायपुरिया ड़ेंगू के साये में स्वास्थ्य विभाग के रायपुरिया के मेडिकल ऑफिसर डॉ केएस कटारा ने भी माना कि ड़ेंगू का एक मरीज सामने आया था हालांकि उसने यहाँ इलाज नही करवाया इससे साफ है कि स्वास्थ्य विभाग को डेंगू के मरीज होने की जानकारी थी लेकिन स्वास्थ्य विभाग जानकर भी अनजान बनाया बैठा है न तो कोई अलर्ट जारी हुवा है नही इस बीमारी से बचाव के लिए कोई दवाई का छिड़काव हुवा है। अभी मौसमी बीमारी के अलावा वाइरल, मलेरिया, टाइफाइड और डेंगू के लक्षण वाले भी मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।

आज तक नहीं हुआ दवाइयों का छिड़काव-

रायपुरिया में गमच्छरों से बचाव के लिए दवाइयां छिडकाव के लिए ग्राम पंचायत भी उदासीन है। ग्राम पंचायत रायपुरिया ने भी चिकित्सा अधिकारी को अब तक मच्छरों के प्रकोप से बचाव के लिए डीडीटी दवाई के छिड़काव के लिए कोई आवेदन नही किया । स्थानीय स्वास्थ्य अमला भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है लिहाजा ग्रामीणों में डेंगू जैसी घातक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।

निरीक्षण कर स्वास्थ्य अमला अमले को देना होगा ध्यान-
रायपुरिया के कुछ मरीजों में डेंगू बुखार के लक्षण सामने है लेकिन स्वास्थ्य विभाग पेटलावद की टीम नदारद है । टायर पंक्चर दुकानों की दुकानों लगातार एकत्रित रहने वाले पानी, टायर में भरे गंदे पानी मे डेंगू का लार्वा पाया जाता है लेकिन जागरूकता के अभाव में यह लार्वा नष्ट नही हो पाता है। रायपुरिया में डेंगू जैसी घातक बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की भरमार है, लेकिन नही ग्राम पंचायत जागरूक है नही स्वास्थ्य अमला । समय रहते स्वास्थ्य अमला जाग जाता है ओर आवश्यक दवाओ का छिडकाव करवाता है तो बीमारी फैलने से रुक सकती है ओर मरीजों को इन घातक बीमारियों के साये से मुक्ति मिल जाएगी।

आपके लिए यह जानना जरूरी है की क्या है डेंगू ?

डेंगू एक वायरस रोग है, जिसका सक्रंमण क्यूलेक्स मच्छर (एडीस इजिप्टी) के काटने से होता है, यह मच्छर हमेशा दिन में ही सक्रिय होकर काटता है।
डेंगू बुखार के लक्षण-
पूरे शरीर में असहनीय दर्द, विषेशकर हडिडयों व जोड़ों में दर्द होना भूख न लगना, तेज बुखार आना, कभी कभी नाक से खून आना, इस रोग में मुख मंडल लाल हो जाता है और गले में खरास रहती है आदि लक्षण से प्रतीत होता है। तेज बुखार होने पर भी नाड़ी की गति कम चलना इस रोग का प्रमुख लक्षण है बल्ड प्रेशर में कमी भी आती है।

बल्ड की कोशिकाओ मे हो रहा सक्रमंण –

इन दिनो हर घर मे बुखार के मरीज देखने को मिल सकते है किसी को वाइरल किसी को मलेरिया तो किसी को टाइफाइड बुखार की शिकायत है बल्ड की कोशिकाओं में सक्रमंण के कारण सफेद ओर लाल रक्त कणिकाओं की सख्या में असमानता देखने को मिल रही है डेंगू बुखार में प्लेट्सलेट की कमी होने लगती है।

जागरूकता भी जरूरी है-

तेज बुखार कमजोरी हाथ-पैर में दर्द अकडऩ जैसे लक्षण आने पर तुरन्त डाक्टर से इलाज करवाए घरों के आसपास गंदा पानी एकत्रित नहीं होने दे कूलर, पुराने टायर में पानी एकत्रित नहीं होने दे ज्यादा दिनों तक एकत्रित पानी मे डेंगू का लार्वा पनपता है इसको पनपने से रोकना भी एक उपाय है ।

जिम्मेदार बोल-

दवाइयों के छिड़काव के लिए मेरे द्वारा विभाग के आला अधिकारी को जानकारी देकर अवगत करवाया जाएगा जैसे ही आगे से दवाइया मिलती है। छिड़काव करवाया जाएगा।
डॉ.केएस कटारा मेडिकल ऑफिसर रायपुरिया।

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