कलयुग में एक क्षण भी भागवत कथा सुन ले तो कल्याण हो जाए – प. कमलेश नागर

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पियुष चन्देल अलीराजपुर
स्थानीय राजराजेश्वर मन्दिर राजवाडा अलीराजपुर पर परशुराम वेदप्रचार समिति म.प्र. द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस में पंडित कमलेश नागर (नानपुर) ने व्यासपीठ से बताया कि, व्यक्ति एक क्षण भी भागवत कथा में बैठ जाये तो उसका कल्याण हो जाये। यह कथा संसार के कल्याण हेतु बनी है। कथा व्यथा को दूर करती है। इसे सूनने से जन्म-जन्मान्तर के पापो का नाश हेकर, मोक्ष की प्राप्ति होती है, और प्राणी जन्म-मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है। माता पिता का अपमान, माता पिता की हत्या के समान पाप है। गौमाता का तिस्कार गौहत्या के समान है, गुरू का अपमान महापाप है। भगवान किसी को दुख नही देता, सुख दुख तो व्यक्ति का कर्मफल है, जो जैसा कर्म करता है, वैसा फल पाता है। वर्तमान में कलयुग चल रहा है। कलयुग में दान का महत्व है। फेकने योग्य या अनुपयोगी वस्तु का दान कर के पुण्य की आशा नही करे। सतयुग, त्रेता व द्वापर युग में एक पाप होने पर हजारो लाखो बार भगवान का नाम लेना पडता था, लेकिन कलयुग में एक बार भी भगवान का नाम लेने से पापो का नाश हो जाता है।
आज कथा श्रवण के लिए भारी संख्या में महिला पुरुषों की भीड़ उमड पडी तथा आज श्रावण सोमवार के उपलक्ष्य में प्रमोद मंत्री, निंरजन सेन, ओमप्रकाश कोठारी, कृष्णा थेपडिया, राजेश थेपडिया, प्रहलाद थेपडिया, आर.डी. राठौड (पीएचई) तथा अंकित परवाल ने भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया।
मिडिया प्रभारी निरंजन मेहता ने बताया कि, पंडित नागर के द्वारा गाये गये विभिन्न भजनो ’’ जब प्राण तंन से निकले मेरा नाम रटलो” व “आज हरी आयो विधुर घर पावणा” पर पुरा पाण्डाल झुमकर नाचने लगा।
प. गोविन्द जोशी, रवि जोशी, अशोक मोदी तथा रामनाथ यादव ने कार्यक्रम की सम्पूर्ण व्यवस्था की। आज 80 हजार पार्थीव शिवलिंग का निमार्ण कर अमन पण्डया जलखेडा एव ललीतपुरी बैतुल ने उनका आकर्षक श्रृंगार किया। सभी भक्तो, यजमानो ने आरती उतारी एवं स्व. जेगाजी गौराना की स्मृति में विष्णु गौराना द्वारा प्रसादी की व्यवस्था की गई।

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