आगम विशारद बुद्ध पुत्र प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी-सुभेष मुनिजी-चंद्रेशमुनिजी का जयकारों के साथ हुआ मंगल प्रवेश

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट

बामनिया में नव दीक्षितो की बड़ी दीक्षा संपन्न कराकर पेटलावद पधारे आगम विशारद बुद्ध पुत्र प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी संत रत्न सुभेषमुनिजी और चंद्रेशमुनिजी का जयकारों के साथ नगर में मंगल प्रवेश हुआ।
स्थानक भवन मे धर्मसभा को संबोधित करते हुए प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी ने कहा कि वर्तमान को सुधारने और भविष्य को संवारने के लिए अपने आप से हिसाब मांगो की मेने जीवन में समय का केसा उपयोग किया कितना स्वाध्याय किया कितनी सेवा की कितना धर्मपथ पर आगे बढ़ा, जप तप में रमते हुए अपनी आत्मा को कितना निर्मल बनाया।जीवन के हर पल को सफल और सार्थक बनाने का ये सुनहरा मौका फिर नहीं मिलेगा,इसलिए अपने आत्म उत्थान के लिए समय को बर्बाद नहीं करते हुए अपनी करनी को धर्मकार्यो में अग्रणी करेंगे तभी मानव जीवन सफल होगा,।
प्रमाद और आलस्य के कारण कोन सा ऐसा कार्य हे जो में कर सकता हु और नहीं कर रहा हु इसका विचार करना भी जरुरी है।अपनी गलतियों पर पश्चाताप साधक को साधना के मार्ग में सही रास्ता बताएगा और मंजिल तक पहुचाएगा,।प्रवतर्क श्री जिनेंद्रमुनिजी की 31वी दीक्षा जयंंती तप और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ मनाई जा रही है।धर्मसभा में सुभेष मुनिजी ने प्रवर्तक गुरुदेव के गुणों का उल्लेख करते हुए उनके गुणों को आत्म सात करने की बात कही।
संघ सचिव जितेन्द्र कटकानी ने गुरुदेव के उपकारों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए आपके भावी संयमी जीवन के प्रति शुभकामना प्रकट की।
बहू मंडल ने स्तवन की प्रस्तुति दी।संघ अध्यक्ष नरेंद्र कटकानी नेप्रवर्तक गुरुदेव के प्रति मंगल भावना प्रकट करते हुए आज ही के दिन दीक्षित हुई महासतीजी मण्डल पूज्य पुण्यशीलजी, दिव्यशिलाजी प्रियशीलजी और संत वर्धमानमुनिजी अणु वत्स संयत मुनिजी के प्रति भी शुभकामनाऐ प्रकट की,
पूर्व संघ अध्यक्ष शांतिलाल चाणोदिया ने कहा कि गुरुदेव सरलता की प्रतिमूर्ति हे, ये गुण सभी में प्रकट होना चाहिए ,।स्वाध्यायी सोहन चाणोदिया ने गुरुदेव के प्रति भावना भाते हुए कहा कि आपका संयम मार्ग उत्कृष्ट हो, दिव्यांशी वागरेचा ने कहा कि आप संयम की ज्योत और साधना का दीप जलाने वाले है। उक्त अवसर पर महासती सुवृता जी आदि ठाणा का भी मंगल प्रवेश हुआ। सामायिक की साधना अनेक तप के प्रत्यख्यान धर्मसभा में हुए। नव युवक मंडल ने शासकीय चिकित्सालय में मरीजों और उनके परिजनों को भोजन के पैकेट वितरित किये। दो दिवसीय दीक्षा जयंती आयोजन के अंतर्गत रविवार को सामूहिक एकासन और 5,5सामायिक की आराधना रखी गई है ।धर्म सभा का संचालन राजेंद्र कटकानी ने किया।

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