विजय मालवी, बड़ी खट्टाली
म बड़ी खट्टाली में 26 लाख 50 हजार रुपये की लागत से बन रहे अंबेडकर भवन के निर्माण कार्य में लगातार घटिया सामग्री के उपयोग की शिकायतें मिल रही हैं। कई बार समाचार प्रकाशित होने के बाद भी विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से इस कार्य की आज तक कोई ठोस जांच नहीं हुई है।
3 सितंबर 2025 को जोबट विधायक सेना महेश पटेल ने निर्माण स्थल का अवलोकन किया था। घटिया कार्य देखकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और मौके से ही ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (RES) के कार्यपालन यंत्री और एसडीओ को तत्काल काम बंद करने और घटिया निर्माण की जांच कराने के निर्देश दिए थे। विधायक के निर्देश के बाद, 3 सितंबर से 16 सितंबर तक कार्य बंद रहा, लेकिन 17 सितंबर से ठेकेदार द्वारा पुनः कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। गौरतलब है कि निर्माण की गुणवत्ता इतनी खराब थी कि भवन परिसर में बना सेप्टी टैंक दो बार टूट चुका था, जिससे निर्माण की पोल खुल गई थी। ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि घटिया निर्माण की जांच को दबा दिया गया है, और 13 दिन काम बंद रहने के बाद निर्माण दोबारा शुरू हो गया है। इस निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। वर्तमान में भी कार्य घटिया स्तर का हो रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि एक विशेष टीम बनाकर उक्त कार्य की जांच की जानी चाहिए।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि नवागत जिला कलेक्टर नीतू माथुर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यों की जांच कराती हैं, तो जिले में कई जगह हो रहे घटिया निर्माणों की पोल खुल सकती है।
क्या कहते हैं अधिकारी:
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ग्रामीण यांत्रिकी विभाग कार्यपालन यंत्री भवेल ने कहा कि विधायक के कहने पर हमने कार्य बंद कर दिया था, जिसे अब पुनः चालू कर दिया है। उनका दावा है कि भवन का कार्य ठीक चल रहा है और “इसकी क्या जांच की जाए।”
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ग्रामीण यांत्रिकी एसडीओ सुनील डावर ने बताया कि हमने निर्माण में उपयोग हो रहे मटेरियल को जांच हेतु लैबोरेटरी में भेजा है, जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। रिपोर्ट आने पर जानकारी दे दी जाएगी।