2016 में जिले से 1500 यूनिट रक्त स्टोरेज कर जरूरमंदों तक पहुंचाने पर टीम रक्तदुत को किया पुरस्कृत

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अलीराजपुर लाइव के लिए खट्टाली विजय मालवी की रिपोर्ट-
जिले के पूर्व कलेक्टर शेखर वर्मा जिन्होंने जिले को अनेक क्षेत्रों में पिछड़ेपन से निकाल कर जो नई दिशा दिखाई है वह सराहनीय है। जिले को स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे लाने में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व कलेक्टर की मेहनत का परिणाम है कि आज जिले में नेत्रदान और रक्तदान के क्षेत्र में जिले ने नए कीर्तिमान हासिल किया है।
रक्तदूत टीम ने दिलवाई पहचान-
7693बीमारी हो या दुर्घटना के बाद इलाज के दौरान मरीज को रक्त की जरूरत होती है। कुछ जागरुक लोगों को तो रक्त मिल जाता है पर अधिकांश लोगों को पूर्व में रक्त की लिए इधर उधर भटकना पड़ता था। बहुत से लोगों को निराशा ही हाथ लगती थी। लेकिन जब से टीम रक्तदुत ने जिले में रक्तदान के क्षेत्र में पूर्व कलेक्टर की प्रेरणा से अपनी टीम भावना का परिचय दिखाया है वह जिले को नई पहचान दिला रहा है। टीम रक्त दूत ने अपने जिले में वर्ष 2016 में करीब 1500 यूनिट से अधिक रक्त संग्रहित किया है और उन्हें सैकड़ों जरुरतमंदों तक पहुंचाया भी है जिससे उन जरूरतमंदों की जीवन रक्षा संभव हुई है। वर्तमान में वर्ष 2017 में जिले को 2000 यूनिट का लक्ष्य मिला है। पूर्व में रक्त की जरूरत होने पर हम और हमारा जिला अन्य जिलों पर आश्रित थे। लेकिन आज हमारी टीम ने रक्त की जरुरत को ना सिर्फ पूरा किया है। बल्कि अन्य जिले को भी रक्त दिया है। जो कि हमारी सकारात्मक सोच का परिणाम है। क्योंकि आज हमारा जिला आदिवासी बहुल है और हमारे जिले में अशिक्षा का जो अंधियारा है। वह भी कोई कम कठिन नहीं है। यहां रक्तदान करने वाले व्यक्ति के मन में क्या क्या भ्रांतिया है जो पूर्व से चली आ रही है। पुरानी मान्यताएं, पुरानी मानसिकता भी आडे आ जाती है। लेकिन टीम रक्तदुत के युवाओं का जोश इन विकट परिस्थितियों से कभी पीछे नहीं हटा। जब जब जरूरत हुई जिले के ब्लड बैंक प्रभारी डॉक्टर साहू, डॉ रेवडिया एवं अन्य टेक्नीशियन टीम एटीम रक्त दूत के युवा साथियों ने रक्तदान दाता या रक्तदान करने वाले युवाओं को मोटिवेट करके अहम भूमिका निभाई है वह काबिले तारीफ है। टीम रक्त दूत में जिले से हर बड़े छोटे कस्बे से सदस्य हैं जो 24 घंटे रक्तदान के लिए तत्पर है और जब भी जरूरत होती है रक्तदान के लिए पहुंच जाते हैं। टीम रक्तदूत के पास एक विशेष सॉफ्टवेयर डाउनलोड है जो कि हर सदस्य के एंड्रॉयड मोबाइल में उपलब्ध है, जिसमें हर सदस्य के पास रक्तदाताओं का पूरा ब्योरा है जिससे कि रक्तदान करवाने में सुगमता होती है। टीम की मुख्य कड़ी में जिले के जिला अस्पताल स्टाफ में टेक्नीशियन स्टाफ डॉ साहू, रितेश चौहान, अमोल बैंजामिन खेमराज जमरा व अन्य हमेशा रक्त संग्रहित करने हेतु तैयार रहते हैं। रक्तदान के लिए युवाओं की उम्र 18 वर्ष है पर वर्तमान में उम्र दराज लोग भी रक्तदान के क्षेत्र में आगे आने लगे हैं। यह सभी युवाओं की मेहनत का परिणाम है।
महिलाये भी आगे आने लगी
टीम रक्तदूत की प्रेरणा से ही अब महिलाओं ने भी रक्तदान प्रारंभ किया है। महिलाओं के द्वारा भी जिले में रक्त दान करने की परिपाटी चलन में आई है। जो कि एक सराहनीय पहल कही जा सकती है।
टीम रक्त दूत हुई पुरुष्कृत
गणतंत्र दिवस पर रक्तदान के क्षेत्र में जिले में रक्त दूत टीम अलीराजपुर, साईं सेवा समिति नागपुर, जागरूक युवा मंच खट्टाली, ब्लड डोनेशन ग्रुप जोबट, युवा रक्तदान समिति आम्बुआ को कलेक्टर व एसपी, जिला पंचायत अध्यक्ष-जिला पंचायत सीईओ एवं विधायक द्वारा पुरस्कृत किया गया।
प्रभारी मंत्री ने भी की प्रशंसा-
पूर्व में जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर का लोकार्पण पर आए प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग द्वारा टीम रक्त दूत की जमकर प्रशंसा की गई थी। जिले में टीम रक्त दूत के पास संसाधनों की काफी कमी है जो कि जरूरी है।
यह लोग हैं टीम रक्तदूत में-
प्रमेय रेवडिया, आशीष शर्मा, चंद्रेश वाघेला, बबलू, गोविंदा माहेश्वरी आम्बुआ, दीपक जमरा, विक्रम चौहान, अश्विन नागर, प्रवीण प्रजापत, प्रदीप क्षीरसागर, कादु रोडवे, सन्नी बारेला, मुकेश बारेला, संदीप परवाल, विजय मालवी, शुभम मेहता, बिलाल खत्री, अरविंद, जुबेर निजामी, सरताज वारसी एवं अन्य सदस्य है।

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