साध्वी निखिलशीलजी के वर्षावास में होंगी कई आराधनाएं, 23 जुलाई से प्रारंभ होगा वर्षावास

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थांदला-आचार्य  उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी की आज्ञानुवर्ती साध्वी निखिलशीलजी,दिव्यशीलाजी,प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा-4 पौषध भवन स्थानक पर विराजित है।साध्वी मंडल का इस वर्ष थांदला नगर में वर्षावास है।इसके तहत कई तप-आराधनाएं होंगी।इसे लेकर समाजजनों में उत्साह देखा जा रहा है।
वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत और सचिव प्रदीप गादिया ने बताया कि 23 जुलाई से चातुर्मास शुरू हो रहा है इस दिन चौमासी पर्व है।कई श्रावक-श्राविकाएँ इस दिन प्रतिपूर्ण पौषध आदि विविध आराधना करेंगे।वर्षावास प्रारंभ होने के पूर्व साध्वी मंडल का आज़ाद चौक स्थित पौषध भवन स्थानक पर मंगल प्रवेश हो गया है।वर्षावास को लेकर श्रीसंघ का प्रत्येक सदस्य अति उत्साहित है।वर्षावास आने का हर किसी को इंतजार रहता ही है। वही विभिन्न आराधना में रमने वाली आत्माओं को चातुर्मास आने का बेसब्री से इंतजार रहता है।कई आराधक तप आदि करने का पूर्व से ही मन बना लेते है।वही ऐसे गुप्त आराधक भी है,जो चातुर्मास प्रारंभ होने के पूर्व से ही अपनी तप आराधना प्रारंभ कर देते है।वर्षावास में एकासन, बियासन, आयंबिल,नीवी,उपवास,बेला, तेला, पचोला, अठ्ठाई,नौ उपवास,ग्यारह,सोलह,इक्कीस,मासक्षमण के अलावा विविध तप आराधनाएं होती है।साथ ही सिद्धितप,धर्मचक्र,मेरुतप, परदेशी राजा का तप, बेले-बेले,तेले-तेले,पचोले-पचोले,एकांतर एकासन,एकांतर उपवास आदि तपस्याएं होती है।यहाँ कई आराधकों की वर्षीतप की आराधना भी चल रही है।इसमें ऐसे भी आराधक है,जिनकी वर्षो से वर्षीतप की आराधना अविरत चल रही है,साथ ही कई आराधक निरंतर रात्रि संवर की आराधना भी करते है।
श्रीसंघ के कोषाध्यक्ष प्रकाश एम शाहजी एवं श्री ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष कपिल पीचा ने बताया कि साध्वी मंडल की प्रेरणा से यहाँ वर्षावास प्रारम्भ दिवस से ही तप की लड़िया चलेगी।इसमे श्रावक-श्राविकाएँ और बच्चे भी उत्साहपूर्वक भाग लेकर आराधना करते है।ज्ञान-आराधना के तहत जिन्हें सामयिक,प्रतिक्रमण आदि कंठस्थ नही है,वे कंठस्थ करेंगे और जिन्हें ये कंठस्थ है,वे अपनी ज्ञान-आराधना को आगे बढ़ाएंगे।वर्षावास के दौरान महापुरुषों की पुण्यतिथि,जयंती,दीक्षा जयंती आदि जप-तप-त्याग से मनाई जाएगी।वर्षावास में ज्ञानवर्धक विभिन्न धार्मिक प्रतियोगिताएं भी आयोजित होंगी।विशेष- दिनांक 22 जुलाई से साध्वी निखिलशीलजी आदि ठाणा-4 के सानिध्य में प्रतिदिन सुबह 9 से 10 बजे तक व्याख्यान पौषध भवन स्थानक पर होंगे।

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