हाट बाजार के अगले दिन बाजारों में उमड़ा जनसैलाब, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई धज्जिया

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मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ

आम्बुआ (अलीराजपुर) कोरोना के मद्देनजर क्षेत्र में लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजार बंद कर दिए गए हैं जिसका कारण भीड़ नहीं होने देना था मगर देखा जा रहा है कि आम्बुआ में साप्ताहिक हाट बाजार मंगलवार की बजाय अब बुधवार को लगने लगा है जिसमें बाहरी क्षेत्रों के दुकानदार भी आ रहे हैं बाजार में भीड़ इतनी कि पुराने तथा नए बस स्टैंड क्षेत्र में वाहन तो ठीक पैदल निकलना मुश्किल होता है ।प्रशासन का कहना है कि बाहरी व्यापारियों को अब रोका नहीं जा सकता है मगर उन्हें शासन के नियम मानने होंगे मगर देखा जा रहा है कि नियम मनवाने हेतु कोई मौजूद नहीं रहने से नियमों की धज्जियां उड़ रही है जिससे कभी भी स्थिति बिगड़ सकती है।

जैसा की विदित है कोरोना महामारी के कारण बाजारों से भीड़ गायब हो चुकी थी। लॉक डाउन के दौरान जो बाजार सुनसान दिखाई देते थे अनलॉक हो जाने के बाद बाजार गुलजार हो रहे हैं क्षेत्र में साप्ताहिक हाट बाजार भले ही बंद करा दिए गए हो। मगर 1 दिन पूर्व तथा 1 दिन बाद बाजार में भारी भीड़ उमड़ रही है जो कि साप्ताहिक हाट बाजार की भीड़ से कुछ कम नहीं है आम्बुआ में मंगलवार तो साप्ताहिक हाट बाजार रहता है जिसे अभी बंद किया हुआ है । मगर दूसरे दिन बुधवार को बाहरी क्षेत्र के कपड़ा, कटलरी, सब्जी, फल, आदि के साथ ही मछली तथा मांस बेचने वालों की दुकानें भी सजने लगी है । बढ़ती भीड़ तथा बाहरी क्षेत्र के व्यापारियों के आने पर आज हमारे प्रतिनिधि ने दूरभाष पर नायब तहसीलदार जो संपूर्ण लॉक डाउन में आम्बुआ क्षेत्र में निगरानी कर स्थिति संभालते रहे श्री शशांक दुबे से जब चर्चा की तो उन्होंने बताया कि अनलॉक की घोषणा के बाद अब किसी बाहरी व्यापारी को आने से रोका नहीं जा सकता भीड़ के संदर्भ में उन्होंने बताया कि व्यापारियों को अपनी दुकानें एक निश्चित दूरी पर लगाना होगी साथ ही मास्क आदि की सुरक्षा व्यवस्था रखना होगी ग्राहकों की भीड़ न हो एक निश्चित दूरी पर खड़े होकर सामान खरीदें शासन की गाइडलाइन अच्छी है मगर जिन्होंने लॉक डाउन में भी किसी की न सुनी हो अब अनलॉक में कहा सुनने वाले हैं ग्रामीणों की भीड़ झुंड के रूप में बगैर मुंह ढके तंबाकू गुटखा खाते थूकते इधर से उधर घूमते दिख रहे हैं ग्राहकों से अधिक ऐसे मनचलों की रहती है जिसे केवल बाजार में घूमना है बाइक दौड़ाना है प्रशासन को त्वरित ध्यान देना जरूरी है वरना भविष्य में स्थिति न बिगड़ जाए।

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