मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ
आम्बुआ कस्बे के निवासी हयात ख़ां ड्राइवर (65) का इंतकाल अल्प बीमारी में इलाज के दौरान बड़ौदा में हो जाने की खबर से मुस्लिम जमात तथा कस्बे में मातम छा गया। हसमुख मिजाज के हयात भाई को शुगर की बीमारी के चलते उनके एक पांव के अंगूठे में जख्म था जिसका इलाज दाहोद चल रहा था।इसी बीच उन्हें बड़ौदा ले जाया गया जहां पर इलाज के दौरान 16 अप्रैल को बड़ौदा में इंतकाल हो गया । जैसे ही उनके इंतकाल की खबर आंबुआ पहुंची मुस्लिम जमात तथा कस्बे में मातम छा गया । मगरिब की नमाज के बाद स्थानीय मुस्लिम कब्रिस्तान में सुपुर्द खाक किया गया। उनके जनाजे में जमात के लोगों के अलावा नाते रिश्तेदार तथा अन्य समाज के लोग भी शामिल हुए। मरहूम हयात ख़ां अपने पीछे तीन पुत्र तीन पुत्रियां तथा नाती- पोतों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए।
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