मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ
आम्बुआ व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के नदी नालों से अवैधानिक तरीके से रेत खनन का धंधा जारी है इसी कड़ी में आम्बुआ-बोरझाड के मध्य स्थित हथनी नदी भी इससे अछूती नहीं रह गई है यहां कोई भी खदान नीलामी नहीं की गई है फिर भी रेत निकाली जा रही है जिसका नतीजा यह है कि नदी में छानी गई रेत के बाद बची गिट्टी ककंरो के ढेर लगे देखे जा सकते हैं।
जैसा की विदित है कि विगत दिनों से रेत परिवहन पर खनिज विभाग की वकृ दृष्टि होकर शख्ती के साथ कार्यवाही की जा रही है रेत परिवहन करने वाले खनिज विभाग तथा पुलिस विभाग की आंखों में रेत झोंक निकलने का प्रयास कर रहे हैं कुछ सफल हो रहे हैं तो कुछ पकड़े भी जा रहे हैं इसके बावजूद परिवहन जारी है आम्बुआ-बोरझार के मध्य स्थित हथिनी नदी जिसमें शायद एक भी रेत खदान नहीं है इसके बावजूद यहां रेत निकाल कर छानी जा कर परिवहन किया जा रहा है नदी में रेत छानने के बाद बजे कंकर पत्थर के ढेर लगे हैं तथा कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे देखे जा सकते हैं यह कार्य स्टॉप डेम क्षेत्र में अधिक होने से स्टॉप डेम को हानि हो सकती है साथ ही स्टाफ में कंकर पत्थर के ढेर के कारण उनका तल में भराव हो कर जल ग्रहण क्षमता कम होने की संभावना है खनिज तथा राजस्व विभाग को इस पर ध्यान देना जरूरी माना जा रहा है।
)