सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को ही मिले आरक्षण : अजनार

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बृजेश खण्डेलवाल कि रिर्पोट :- 

जोबट विधानसभा के उदयगढ के जाने माने कांग्रेसी नेता कमरु अजनार विगत कुछ दिनों से हिन्दू वादी नेता के रूप में उभरे हैं…! इनसे जोबट डाक बंगले पर पत्रकारों ने बात चीत की जीसका जोबट विधान सभा क्षेत्र के नेता कमरु अजनार ने हर सवाल के बेबाक उत्तर लिये…?
 उदयगढ के कांग्रेसी नेता कमरू अजनार जो अभी तक उदयगढ क्षेत्र तक ही सीमित थे | अचानक जोबट बिते दिनो हुए आदिवासी विकास परिषद के कार्यक्रम में जन नायक बन कर सामने आये है अभी तक ये कुछ ही नेतोओं के बीच परिचीत थे मगर कुछ माह से पुरे जिले में नेताओं से लेकर व्यापारी, प्रशासनिक कर्मचारी व आमजन के बीच चर्चा में रहे है । कारण लगभ दो माह पूर्व जोबट में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के संभागीय कार्यक्रम में आपने भाषण से मंच पर बैठे दिग्गज नेतागण, जनप्रतिनिधीयों व पांडल में बैठी जनता में तालीयों के साथ खुब वाहवाही लुटी वही सोशल मिडिया पर भी इनका उक्त भाषण खासा वायरल हुआ था वही कई अखबारो में इनके भाषण मुख्य तोर पर कवरेज दिया गया । आदिवासी विकास परिषद के कार्यक्रम के अपने भाषण में अजनार द्वारा आदिवासीयों में नगरवासीयों के खिलाफ फेलाये जा रहे जहर का कडा विरोध किया था साथ ही भाले भाले आदिवासीयों को गुमराह कर  धर्मांतरण करवाने वाले को भी खुली चुनोती दि थी । वही उक्त भाषण में इन्होने कहा था की अगर आदिवासी को अपना अस्तीत्व बचाना है तो राम-राम बोलना पडेगा । हाल ही में श्री अजनार द्वारा उदयगढ क्षेत्र में विशाल चुनरी यात्रा निकाल आदिवासीयों के बीच भक्ति भाव को जागृत किया गया है ।  गत रविवार को स्थानिय विश्राम गृह में आयोजित प्रेस वार्ता में कमरू अजनार आदिवासीयों के उत्थान के लिये कई विषयों पर पत्रकारो से चर्चा की । 

चाँदी आदिवासीयों का मुख्य आधार है –

वर्तमान में जिले के कई जगहो पर साहुकारी प्रथा का विरोध किया जा रहा है जिस पर अजनार ने कहा की प्रदेश में हमारा जिला काफी पिछडा जिला है और साहुकारी प्रथा बंद करने से पहले सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिये । किसी भी प्रकार की आकस्मीक आवश्यकता के समय आदिवासी का मुख्य आधार चांदी होता है जो उस समय आयी विपदा या आवश्यकता के लिये काम आता है । किसी के यहा मौत, बिमारी के समय पडने वाली अचनाक आवश्यकता के लिये चांदी बहुत ही काम आती है रात बिरात आवश्यकता के समय आदिवासी अपनी चांदी अपने साहुकार के पास गिरवी रख तत्काल रकम प्राप्त कर उस आपदा से निपटता है ऐसे में साहुकारी प्रथा बंद करने से आदिवासीयों के अचानक धन की आवश्यकता पडने पर दर-दर भटकना पडेगा । कुछ लोग आदिवासीयों के हितेषी बन भोले भाले आदिवासीयों को अपनी चांदी वापस दिलाने के नाम पर भडकाकर व्यापारी और आदिवासी के बीच फुट डालने का काम कर रहे है ! आज आदिवासी चांदी लेकर दर-दर भटक रहा है लेकिन जरूरत पडने पर उसे पैसे नही मिल रहे है । हमारे जिले के आदिवासीयों को रात बिरात पडने वाली पैसो की आवश्यकता की और उचित कदम उठाये उसके बाद साहुकारी प्रथा बंद करे । 

नगरवासी ही आदिवासीयों का हितेषी है- 

आपने कहा की एक समय पूर्व ग्रामीण का आदिवासी नगरवासीयों के साथ बैठता भी नही था या तो खडे रहता था या जमीन पर बैठता था । आज हमारे जैसे आदिवासी अगर नगरवासीयों के साथ उठ-बैठ खा-पी रहे है तो इसका पुरा श्रेय इन नगरवासीयों को ही जाता है इन्होने ही हमे इस काबील बनाया है ग्रामीण व नगरवासीयों का साथ चोली दामन की तरह है जो एक दुसरे के बीना अधुरे है । आज हमारे समाज में आये सुधार का मुख्य श्रेय नगरवासीयों को जाता है । कुछ लोग इस साथ को तोडने का प्रयास कर रहे है जो कभी भी अपने मकसद में कामयाब नही हो सकेगें । 

आरक्षण आर्थीक स्थिती देखकर दिया जाये न की जात-पात देखकर –

आरक्षण के मुद्दे पर अजनार ने कहा की जो आरक्षण वर्षो पहले किसी समाज किसी वर्ग के उत्थान के लिये बना था उसे आज भी लोग केवल अपने लाभ व राजनिती करने के लिये उपयोग में ले रहे है वास्तवीकता में आरक्षण किसी की जात-पात के आधार पर नही अपितु उसकी आर्थिक स्थिती देखकर दिया जाना चाहिये । वही मै चाहता हु कि आरक्षण जो बच्चे सरकारी स्कुल में पड रहे है उन्हे दिया जाये न की प्रायवेट स्कुल में पडने वाले को । जिनके द्वारा आरक्षण प्राप्त नोकरीया कर अपनी आर्थिक स्थिती सुधार ली वे अपने बच्चे को प्रायवेट स्कुलो में पढाते है जो उन्हे अधिक सफलता के लिये ट्युशन लगाते है और अच्छे नम्बरो ंसे अपने बच्चे को पास करवा कर फिर अपने बच्चे को भी आरक्षण दिलावा नौकरी पर लगवा देते है वही दुसरी और एक मजदुर एक किसान का बेटा सरकारी स्कुल में पड कर वही के वही रह जाता है इसलिये आरक्षण या तो आर्थिक स्थिती देखकर या सरकारी स्कुल में पडने वाले बच्चे को दिया जाये । 

राम के नाम से नही, राम का काम करने अपनी दुकाने चलाये –

आपने आगे कहा की जो लोग राम के नाम पर अपनी दुकाने चला रहे है राम के नाम पर राजनिती कर रहे है वे इसकी बजाय राक का काम कर अपनी दुकाने चलाये । राम मंदिर मुद्दे को लेकर श्री अजनार ने कहा की कई सरकारे आई और चली गई लेकिन आज तक राम मंदिर नही बना । राम मंदिर के लिये जीन हजारो कारसेवको ने अपनी जाने गवाई उनकी आत्मा आज रो रही होगी की जिस राम मंदिर के लिये हमने अपनी जान गवा दि आज हमारे बुढे माॅ बाप व बच्चे भी उस मंदिर के दर्शन नही कर पाये । 

मै कांग्रेस पार्टी का हुॅ और पार्टी विरोधी काम नही करूंगा –

श्री अजनार से पुछा गया की क्या आप आगामी विधानसभा चुनाव में विधायक का चुनाव लडेगे और लडेंगें तो किसी पार्टी से । इस पर श्री अजनार ने कहा की उक्त प्रेस वार्ता का मुख्य उद्देश आगामी चुनाव को लेकर अपने आप में सुर्खिया बटोरना नही अपितु जनहित के कार्य करने व अपने विचार आज जन तक पहुचाना है । वैसे आगामी चुनाव में विधायक के टिकीट के लिये कांग्रेस से दावेदारी पेश जरूर करूंगा लेकिन पार्टी विरोधी कार्य नही करूंगा । आप से यह पुछने पर की क्या आप भाजपा अगर टिकिट देगी तो चुनाव लडेगें तो आपने स्पष्ट शब्दो में कहा नही मै अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस को छोड किसी अन्य पार्टी से चुनाव नही लडुंगा । 

विलन को नही मुख्य डायरेक्टर को ढुढं सबक सिखाना पडेगा –

आपने आगे कहा की फिल्मो में हमेशा कादर खान और अमरीश पुरी को गलत काम करने पर मार पडती है जबकी वो गलत काम डायरेक्टर के कहने पर करते है ठिक उसी तरह वर्तमान में भोले भाले आदिवासी को गलत दिशा में ले जा रहे इन विलनों के बजाय सीधे डायरेक्टर को ढुंढ उसे सबक सिखाना पडेगा ये जो दिख रहे है ये तो फिल्मोे के कादर खान व अमरीश पुरी है असली व्यक्ति तो इनके पीछे छुपा डायरेक्टर है उसे पकडना पडेगा । 

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