रितेश गुप्ता, थांदला
श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर भारतीय मन की शाशवत प्रेंरणा है।श्री राम भक्तो ने 500वर्षों से भी अधिक अनवरत संघर्ष किया है।अतीत के 76 संघर्षों में लाखों भक्तों ने अपना बलिदान दिया।पूज्य संतो ने यह आह्वान किया की श्री राम का भव्य मन्दिर बनने के साथ साथ जन जन के हृदय में मन्दिर श्री राम एवम् भगवान राम के जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा हो। श्री राम 14वर्षों तक नगे पैर वन वन में घूमे।समाज के प्रति व्यक्ति सभी वर्गो तक पहुं चे।उन्होंने उन्होंने वंचित, उपेक्षित,समझे जाने वाले लोगो को भी आत्मीयता से गले लगाया।सामाजिक समरस की अपनत्व की अनुभूति कराई।सभी से मित्रता की।रामराज्य में परस्पर प्रेम,सदभाव मेत्री,करुणा, दया, ममता ,समता, बनधुत्व,सर्व समृद्धि पूर्ण जीवन सर्वत्र था। हम सब को पुनः अपने ढ़ृढ संकल्प एम सामूहिक पुरुषार्थ से एसा ही भारत बनाना है। तथा भविष्य के गर्त में भगवान श्री राम के जन्म स्थान पर बनने वाले भव्य मंदिर है तू अपने नगर बस्ती गांव मोहल्लों से जन-जन से तन मन धन का सहयोग प्राप्त करना है उक्त बातें वक्ता के रूप में उपस्थिति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह जिला कार्यवाह भूषण भट्ट ने कही,इस अवसर पर हिन्दू जागरण मंच के जिला महांत्री व थांदला खंड के सहयोजक कमलेश वर्मा, मनोज पवार मुख्य रूप से उपस्थित थे।नगर के 22 मोहल्लों से व संघ के अनु संगीग कार्यकर्ता उपस्थित थे।इस अभियान के लिए नगर सयोजक के रूप में मनोज पवार,महेश नागर को जिम्मेदारी दी गई l