श्योर क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी थांदला का शुभारंभ

0

रितेश गुप्ता @ थांदला 

शनिवार को बसंतपंचमी के अवसर पर नगर को बिना सहकार नही उद्धार की सौगात मिली। संस्था के सस्थापक प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि थांदला जैसे क्षेत्र में सहकारी क्षेत्र को आगे बढ़ाने व छोटे व मझले व्यापारियो के व्यवसाय को बढ़ाने व बचत की भावना जागृत करने के उद्देश्य से संस्था की स्थापना सहकारिता के पितृ पुरुष स्वर्गीय लक्ष्मीनारायण पाठक के बताए मार्ग को प्रशस्त करने हेतु की गई है।
संस्था का शुभारम्भ पूर्व विधायक व प्रदेश अजजा मोर्चा अध्यक्ष कलसिह भाभर, नागरिक सहकारी बैंक के अध्यक्ष शैलेष दुबे, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय संयोजक ओम शर्मा,नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामर ने विधिवत फीता काट कर किया।

इस अवसर पर इनडोर स्टेडियम में आयोजित सादे समारोह में सम्बोधित करते हुए आत्मनिर्भर भारत के राष्ट्रीय प्रभारी ओम शर्मा ने कहा कि आमजन को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सहकारी क्षेत्र सबसे उचित माध्यम है, यह संस्था भी इस क्षेत्र में कार्य कर अंतिम पायदान पर बसे व्यक्ति को इसका लाभ पहुचा कर सक्षम बनाएगी यही आशा और विश्वास है। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सहकारी क्षेत्र में गरीब लोगों में बचत व लघु व्यवसायी बनने में मदद मिलेगी।वर्तमान में बाहर की कई फर्जी संस्थाओं ने ग्रामीणों के साथ ऋण के नाम छलावा किया। बेक की शाख बचाने लेनदेन समय पर करना आवश्यक है। तभी संस्था अन्य लोगो का मार्ग प्रसस्त कर सकती है। उदघाटन अवसर पर नागरिक सहकारी बैंक झाबुआ के अध्यक्ष, शैलेश दुबे ने कहा कि राजनीति के सच्चे नायक बनना है तो सहकारी क्षेत्र ही सबसे उचित माध्यम है। महाराष्ट्र के शरद पवार की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे महाराष्ट्र में सहकारी क्षेत्र में इतना काम किया कि राजनीति उनके इर्द गिर्द घूमती है। हमारे समाज मे कोई पिछड़ा है उसकी मदद कर स्वालम्बन बना दे तो वह आगे बढ़ जाएगा। महराष्ट्र, गुजरात की समृद्धि की वजह ही सहकार भारती है सहकारी क्षेत्र आर्थिक शोषण से बचाने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। समाज बैंक की सफलता के लिए बैंक की फेस वेल्यू देखता है जो इस संस्था में सर्वगुण रुप से समाहित है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश अजजा मोर्चा अध्यक्ष व पूर्व विधयक कलसिंह भाभर ने कहा कि संस्था के प्रारम्भ में जिन 11 बहनों को ऋण मिला वे जनजातिय समुदाय से है। संस्था ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग किया ओर इसी वजह से बिना सहकार नही उद्धार प्रसस्त हुआ। श्योर को ऑपरेटिव संस्था क्षेत्र सहित जिले,व प्रदेश में उत्तरोत्तर प्रगति करे।
संस्था की कार्यप्रणाली व क्षेत्र के सम्बंध में प्रदीप त्रिपाठी ने अवगत करवाया। संस्था अध्यक्ष मयंक त्रिपाठी व उपाध्यक्ष मोहन भाई गवली ने अतिथियों के माध्यम से ऋण कला बाई सहित 11 महिलाओं को 30 हजार,व किशन भाई को 2 लाख के ऋण का चेक वितरित करवाया। कार्यक्रम के अंत मे संस्था की ओर से सहकारिता के पितृ पुरुष लक्ष्मीनारायण की धर्म पत्नी का उनके स्थान पर पहुच कर पुष्प मालाओं से सम्मान किया।कार्यक्रम का संचालन अक्षय भट्ट ने किया । व आभार गणराज आचार्य ने व्यक्त किया।

इस अवसर पर संस्था के संचालक उमा सुनील सोनी,कमलेश लोढ़ा, दिलीप श्रीमाल,रश्मि दिनेश चतुर्वेदी,मंजू त्रिपाठी रमेश वसुनिया, डाक्टर मनीष दुबे,रमेश आचार्य सहित बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.