आलीराजपुर
जब से मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार बनी हैं हर वर्ग का व्यक्ति परेशान हैं, शिक्षको को जहा वेतन ना मिलने से घर चलाने में दिक्कते आ रही है वही जन हितेषी योजनाओ के बन्द होने से आमजन भी काफी दुखी हैं। जो सरकार शिक्षा के मन्दिर को चलाने वाले शिक्षको को वेतन नही दे सकती वहा क्या जनता की सेवा करेगी। यह बात आलीराजपुर के पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान ने अपनी और से जारी एक प्रेस नोट में कही। उन्होंने कहा की कांग्रेस की झूठी सरकार के कारण कर्मचारी आत्महत्या कर रहे हैं। चौहान ने वेतन नही मिलने से आत्महत्या करने वाले सोण्डवा विकासखण्ड के ग्राम छकतला निवासी जय कुमार बामनिया के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा की कांग्रेस की सरकार में प्रदेश की हालत काफी दयनीय हो चुकी हैं। विभागों में विकास कार्यो के लिये पैसे नही हैं आमजन दर दर भटक रहा हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नही हैं। शिक्षक लोग ट्रांसफर के लिये सहायक आयुक्त ऑफिस के बाहर रातदिन धरना देने को मजबुर हैं लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नही हैं।
कमलनाथ सरकार से हर वर्ग परेशान
कमलनाथ सरकार ने सम्बल योजना बन्द कर दी हैं इस योजना के बन्द होने से घायल व्यक्ति का निशुल्क उपचार होता था वहीँ दुर्घटना में सामान्य मृत्यु होने पर (जिनकी आयु 60 वर्ष से कम हो उसे चाहे वह महिला हो या पुरुष) उसे 2 लाख रूपये मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा दी जाती थी। जबकि दुर्घटना में मौत होने पर 4 लाख रुपये दिये जाते थे जो आज नही दिए जा रहे हैं। वहीँ महिला प्रसूति को दिए जाने वाले 16000 रुपये भी सरकार द्वारा बन्द कर दिए गए हैं।
नागरसिंह चौहान ने कहा की कमलनाथ सरकार ने छात्र छात्राओ को दी जाने वाली निशुल्क शिक्षा भी बन्द कर दी गई हैं, छात्र वृति आवास गृह की राशि नही मिलने से छात्र छात्राएं काफी परेशान हैं। लेकिन कांग्रेस की कमलनाथ सरकार सिर्फ ट्रांसफर करने में व्यस्त हैं उसे विधार्थियो की कोई चिंता नही हैं। जिले में बिजली की हालत काफी ख़राब हैं, बिजली कटोत्रि से लोग परेशान हैं ऊपर से भारी भरकम राशि के बिल उन्हें थमाए जा रहे हैं। लेकिन सरकार को इससे कोई लेना देना नही हैं। चौहान ने कहा की युवा स्वाभिमान योजना का कोई अता पता नही हैं युवाओ को विधानसभा चुनाव के समय 4 हजार रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिए जाने का वादा किया गया था लेकिन आज तक किसी भी युवा बेरोजगार को 4 हजार रुपये का लाभ नही मिल पाया। इसके आलावा अतिथि शिक्षको और आगनवाड़ी कार्यकर्ताओ अभी तक स्थाई नही किया गया हैं। ऊपर से वेतन बढ़ाने की बजाय आंगवाडी कार्यकर्ताओं के 2 हजार रुपये कम दिए गए हैं। जबकि चुनाव के समय कांग्रेस ने उन्हें स्थाई करने का वादा किया था। विधानसभा चुनाव के समय चाहे वह अतिथि शिक्षक हो,रोजगार सहायक हो,सचिव हो या अन्य अधिकारी कर्मचारी जिन्होंने जयस संघठन के चक्कर में आकर इंदौर में पढ़ाई करने वाले विधार्थियो को आलीराजपुर लाकर उनके साथ मिलकर रातदिन कांग्रेस को जिताने का काम किया लेकिन जिले की हालत खराब होने और जनहितैषी योजनाओ के बन्द होने पर उनके पास कोई जवाब नही हैं।
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