गोपाल राठौड़
(कट्ठीवाड़ा)
स्कूल चलें हम अभियान ओर ग्राम शिक्षा रजिस्टर को अधिक प्रामाणिक ओर प्रभावी बनाने के लिए इन दिनों जमीनी स्तर पर अधिकाधिक प्रयास किये जा रहे हैं।
स्कूल से छूटे बच्चों की सूची का परीक्षण कर विकासखण्ड स्तरीय अमले द्वारा स्वयं ग्रामों में पहुंचकर ग्राम मोहल्ला एव घर संपर्क अभियान शुरू किया गया है। सबसे खास बात यह कि, यह अभियान ओडीएक की तर्ज पर सुबह 6 बजे प्रारम्भ किया गया है। इस सम्बंध में अधिक जानकारी देते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी शरद क्षीरसागर ने बताया, की पिछले 2 महीने जनजातीय समुदाय के शादी विवाह मे गुजरे है। अब परिवार और समुदाय अपने ठिकाने पर लौटे हैं। अब उनसे संपर्क कर शिक्षा की महत्ता और स्कूल प्रवेश योग्य समस्त प्रोत्सहित करने वाली योजनाओं को घर घर जाकर प्रचारित कर रहे है। एक पखवाड़े मे स्कूल से बच्चों को जोड़ने का एक विशेष अभियान चलाया है। यदि इसके बावजूद कुछ संस्थाएं बच्चों से रिक्त रही, तो चिन्हित कर विशेष अभियान चलाएंगे।
कट्ठीवाड़ा ही सबसे महत्वपूर्ण क्यो?
इस जिले में कट्ठीवाड़ा का अप्रवेशी ओर शाला त्यागी का आंकड़ा सबसे बड़ा है। शिक्षकों की कमी से जूझते इस विकास खण्ड में शिक्षकों की पूर्ति करना ही सबसे बडी चुनोती है।
बेहतर विकल्प से प्रयास करेंगे
कट्ठीवाड़ा विकासखण्ड शिक्षकों से विहीन शालाओं से जूझ रहा है। वरिष्ट अधिकारियों को अवगत कराया गया है। इसके बावजूद स्थानीय व्यवस्थाओ से इस कमी की पूर्ति करने का प्रयास करेंगे। संकुलवार युक्तिकरण के माध्यम से भी शिक्षक जुटाने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त पारदर्शी प्रकार से शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।