अलीराजपुर,हमारे प्रतिनिधिः जिले के 8 ग्राम पंचायतों के सरपंचों द्वारा ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं में बिना कार्य के मूल्यांकन से अधिक राशि का आहरण कर व्यय किए जाने से विहित प्राधिकारी पंचायत राज स्वराज अधिनियम एवं एसडीएम ने कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए गए है।
कलेक्टर शेखर वर्मा के निर्देशानुसार संबंधित सीइओ जनपद पंचायतों द्वारा ग्राम पंचायतों के अंतर्गत पंचपरमेश्वर, बीआरजीएफ, भारत निर्मल अभियान व सर्वशिक्षा अभियान आदि योजनाओं में आर्थिक अनियमितता की समिति से जांच कराई गई।
जांच समिति द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन अनुसार ग्राम पंचायत कुलवट, घोघलपुर, बोड़गांव, उमराली, बड़दा, धोरट, मधुपल्लवी एवं सिलोटा के सरपंचों द्वारा पंचपरमेश्वर , बीआरजीएफ, भारत निर्मल अभियान व सर्वशिक्षा अभियान आदि योजनाओं में गंभीर आर्थिक अनियमितता की गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार जनपद पंचायत सोण्डवा अंतर्गत ग्राम पंचायत कुलवट की सरपंच रीता पति वेस्ता द्वारा कुल 19 लाख 08 हजार रूपए, ग्राम पंचायत घोघलपुर के सरपंच मुकाम सिंह पिता तेरसिंह ने 15 लाख 14 हजार रूपए, ग्राम पंचायत बोड़गांव की सरपंच रजली पति बोलसिंया ने 14 लाख 14 हजार रूपए, ग्राम पंचायत के उमराली सरपंच ढोकलिया पिता बलसिंह ने 13 लाख 24 हजार रूपए, ग्राम पंचायत की बड़दा की सरपंच रेखा पति कालूसिंह ने 11 लाख 47 हजार रूपए, ग्राम पंचायत के मधुपल्लवी सरपंच रजला पिता चयलिया ने 9 लाख 85 हजार रूपए, ग्राम पंचायत के धोरट सरपंच झमराला पिता बिलाडीया ने 9 लाख 44 हजार रूपए एवं ग्राम पंचायत की सिलोटा सरपंच जीला पति सिरला द्वारा 8 लाख 23 हजार रूपए का अधिक आहरण किया गया।
इस कारण विहित प्राधिकारी पंचायत राज स्वराज अधिनियम एवं अनुविभागीय अधिकारी एमएल कनेल ने गंभीर स्वरूप की अनियमिताएं बरतने के कारण कृत्य मप्र पंचायत राज स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 40 के अंतर्गत कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए है।