रेलवे स्टेशन बामनिया पर पानी नहीं मिलने से बुजुर्ग की मौत

May

भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर
एक वृद्ध पुरुष जिसका नाम रामकेवल यादव निवासी गोरखपुर एवं उसकी पत्नी गोरखपुर से देहरादून एक्सप्रेस में मुंबई की ओर अपनी बेटी एवं दामाद 6 महीने पहले मुंबई काम की तलाश में गए थे उनसे मिलने जा रहे थे गाडिय़ो में भीड़ अधिक होने पर वृद्ध महिला देहरादून के महिला कोच में एवं वृद्ध पुरुष जनरल कोच में बैठकर यात्रा कर रहे थे। रतलाम के बाद में वृद्ध पुरुष का गर्मी व पानी के कारण जी घबराने लगा वृद्ध पुरुष बामनिया स्टेशन पर पानी पीने के लिए उतरा उतरने के पश्चात पानी उसे काफी ढूंढने के बाद भी प्लेटफॉर्म पर नहीं मिला घबराहट के मारे चक्कर आने लगे और वहीं पर कुर्सी पर बैठ गया कुछ ही समय में ट्रेन चल दी वृद्ध वहीं पर बैठा बैठा गीर गया और उसकी मृत्यु हो गई यह घटना 13 मई की है वहां के कुछ समाज सेवी लोगो ने शाम को जीआरपी थाना मेघनगर को खबर दी जीआरपी पुलिस शव को मेघनगर लेकर आए। मृत व्यक्ति का पोस्मार्टम करवाया और परिजनों की आधार कार्ड अनुसार पता लगा परिजन को खबर दी परिवार गोरखपुर से मेघनगर के लिए रवाना हुए शाम 7बजै पहुंचे एवं वृद्ध के दामाद मुंबई में रहते हैं जो कि मेघनगर सुबह 10 बजै आ चुके थे बड़े बेटे एवं दामाद की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से वे शव को घर ले जाने की परिस्थिति में भी नहीं थे ऐसी परिस्थिति में किसी ने मेघनगर के समाजसेवी एवं रोटरी क्लब अपना के संरक्षक भरत मिस्त्री को इस विषय की जानकारी दी और सारी परिस्थिति बताई। वृद्ध का अंतिम संस्कार मेघनगर में ही करने के लिए कहां तो वह तैयार हुए, अंतिम संस्कार के व्यवस्था कर रात 9 बजे अंतिम संस्कार मेघनगर के मुक्तिधाम पर किया गया। उक्त उर्दू रामकेवल यादव की मृत्यु एवं एक्सप्रेस ट्रेनों का छोटे स्टेशनों पर यात्रियों को पानी की किल्लत को लेकर एक्सप्रेस ट्रेनों को रोका जाना कहीं न कहीं रेलवे विभाग की अव्यवस्थाओं को दर्शाता है। अब देखने की बात यह है की रामकेवल यादव की मृत्यु व पानी की किल्लत प्लेटफार्म रेल्वे का समाचार क्या आने वाले समय में रतलाम मंडल के डीआरएम एवं रेलवे विभाग के अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद को जागेगा या फिर इसी तरह से आम जनता परेशान होती रहेगी एवं रामकेवल जैसे वृद्ध लोगों की जान से रेल्वे प्रशासन खिलवाड़ करता रहेगा।