राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर का हुआ समापन

May

पीयूष चन्देल, अलीराजपुर 

 शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीराजपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना का बालक एवं बालिका इकाई का सात दिवसीय संयुक्त शिविर का समापन ग्राम हरसवाट में हुआ। ‘‘स्वास्थ्य, जनस्वच्छता एवं व्यक्तिगत स्वास्थ्य‘‘ की थीम पर आधारित शिविर का सफल समापन शहर के समाजसेवी एवं एडवोकेट श्री सुधीर जैन के मुख्य आतिथ्य एवं महाविद्यालय की प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. अल्पना बारिया की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।

शिविर अपने आयाम को पूरा करते हुए ग्राम में स्वास्थ्य, स्वच्छता, बालिका शिक्षा, मद्यपान एवं धूम्रपान निषेध, कैशलेश एवं बैंकिंग से संबंधित वित्तीय साक्षरता, मतदाता जागरूकता, अंधविश्वास एवं समाज की कुरीतियों को दूर करने के लिए घर-घर पहुँचकर लोगों तक जागरूकता फैलाने का कार्य किया। साथ ही ग्राम में पेयजल स्त्रोतों पर सोखते गड्ढों का निर्माण, विद्यालय परिसर एवं मोहल्लों में साफ-सफाई पर स्वच्छता का संदेश देने के साथ ही प्रधानमंत्री स्वच्छता मिशन के तहत निर्मित शौचालयों के उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। शिविर में प्रतिदिन बौद्विक कार्यक्रम में विभिन्न विभागों से जुड़े अधिकारी, समाजसेवी एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा शिविरार्थियों को बहुउपयोगी मार्गदर्शन प्रदान किया गया।

शिविर के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि श्री जैन ने कहा कि सेवा का जो भाव शिविर में दिखा , वह रूकना नहीं चाहिए  क्योंकि जहां परहित में हम कोई कार्य करते हैं, सेवा वहीं से शुरू हो जाती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. बारिया ने कहा कि विगत सात दिनों तक ग्राम में जो सकारात्मक संदेश लोगों को दिया, सराहनीय है। अब खुद को संवारते हुए आगामी वार्षिक परीक्षा में आप सभी विद्यार्थी अच्छे अंकों से पास होकर अपना व परिवार का नाम रोशन करें। सात दिवसीय संयुक्त शिविर का कुशल नेतृत्व डॉ. सीताराम गोले, प्रो, प्रकाश वास्कले, डॉ. पूजा चौधरी एवं डॉ. विनीता भालसे ने किया साथ ही रासेयो के पूर्व छात्र थावर सिंह भिण्डे, सूरज प्रताप सिंह किराड़ का सात दिनों तक पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। सात दिवसीय शिविर का कार्य प्रतिवेदन रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रो. एस एस मौर्य ने प्रस्तुत किया। समापन अवसर पर रासेयो के शिविरार्थियों द्वारा आदिवासी लोकनृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गई।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. उर्मिला डांगी, प्रो. मीना सोलंकी, डॉ. राकेश अवास्या, डॉ. प्रदीप कनेश, प्रो. सुरेन्द्र सस्तिया, प्रो. सुरेश तोमर, श्री नानसिंह चौंगड सहित सक्रिय स्वयंसेवक हरीष भिण्डे, नरेन्द्र भिण्डे, गोना जायसवाल, जमना चौहान, सुमित अवास्या सहित बड़ी संख्या में रासेयो स्वयंसेवक उपस्थित रहे।