युक्तियुक्तकरण की विसंगतिपूर्ण सूची को लेकर शिक्षकों ने प्रक्रिया का किया बहिष्कार

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पियुष चन्देल, आलीराजपुर
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जनजातीय कार्य विभाग अलीराजपुर द्वारा जिले में कार्यरत शिक्षकों व अध्यापकों के युक्तियुक्तकरण की सूची सोमवार को जारी की गई व बुधवार को शिक्षकों को काउंसलिंग हेतु बुलाया गया था, किन्तु सर्वप्रथम शिक्षक स्थानीय सहयोग गार्डन में एकत्रित हुये जहॉ पर अध्यापक संविदा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश आर. वाघेला को शिक्षकों ने बुलाया और उक्त सूची में दर्ज विसंगतियों से अवगत करवाया, जहॉ बैठक सभा में बदल गई। समस्त शिक्षकों ने निर्णय लिया कि उक्त सूची में नियमानुसार अतिशेष शिक्षकों को शामिल नहीं किया गया व अन्य शिक्षकों के नाम शामिल किये गये। जब तक उक्त सूची में नियम के अनुसार आने वाले शिक्षकों के नाम शामिल नहीं कर लिये जाते है, हम इसका विरोध दर्ज करते है और इसका प्रक्रिया का बहिष्कार करते है। इसके पश्चात समस्त शिक्षक श्री वाघेला के नेतृत्व में जनजातीय कार्य विभाग कार्यालय पहुॅचे, जहॉ सहायक आयुक्त सतीष सिंह को कलेक्टर के नाम आवेदन सौंपकर शिक्षकों ने सूची को दोषपूर्ण बताते हुये काउंसलिंग निरस्त कर नियमानुसार पुनः सूची जारी कर युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया करने की मॉग की। आवेदन में बताया गया कि युक्तियुक्तकरण की सूची में केवल एक दिन के अंतराल में आपत्ति दर्ज करने की बात कही है। जबकि उक्त सूची खण्ड शिक्षा कार्यालय में चस्पा कर एक सप्ताह का समय दिया जाना चाहिये था। उक्त सूची संस्था में वरिष्ठता को ध्यान में रखकर नहीं बनाई गई, कही संस्था में पहले वाले शिक्षक को तो कहीं अंतिम शिक्षक को, तो कहीं बीच के शिक्षकों को अतिशेष बताया गया। युक्तियुक्तकरण के लिये जिलास्तर पर समिति का गठन भी नहीं किया गया। युक्तियुक्तकरण की सूची जनशिक्षकों से आमंत्रित की गई जो कि दोषपूर्ण है। कहीं पर अधिक शिक्षक होने के बावजूद भी अतशेेष नहीं बताया गया, जैसे मा.वि.सेवरिया, मा.वि.जोबट आदि। मा.वि.जामनी जोबट विकासखण्ड में संस्था में पदस्थ समस्त शिक्षकों को अतिशेष बताया गया है, इससे यह स्पष्ट होता है, कि युक्तियुक्तकरण की जारी सूची लापरवाही पूर्ण तरीके से बनाई गई है, जो कि दोषपूर्ण है और इसको निरस्त किया जाये। सूची जारी करने के पूर्व पोर्टल को भी अपडेट नहीं किया गया, जिससे अतिशेष की स्थिति निर्मित हो रही है। कहीं-कहीं पर अटेच शिक्षकों के स्थान पर पदस्थ शिक्षकों को अतिशेष बताया गया। इस अवसर पर अंतरसिंह रावत, धनसिंह मायड़ा, विक्रमसिंह बघेल, विजयसिंह भयड़िया, पुनम डावर, शकुन्तला कनेल, प्रीति डावर, माधुरी यादव, संगीता राठौड़, पिंकी डावर, वंदना राठौड़, सविता वाणी, पंकज मोर्य सहित बड़ी संख्या में शिक्षक साथी व अध्यापकों ने उपस्थित होकर अपनी बात रखी व उक्त सूची को दोषपूर्ण बताते हुये काउंसलिंग का बहिष्कार करते हुये नवीन सूची जारी करने की मांग की। सहायक आयुक्त सतीष सिंह ने कहा की यदि किसी का नाम गलत बताया गया है, तो वो अपनी आपत्ति दर्ज करे। आपत्ति सही होने पर अतिशेष की सूची से उनका नाम हटा दिया जायेगा।

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