मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ
विगत महीनों से क्षेत्र में मौसम दिन-प्रतिदिन बदलता आ रहा है । उत्तर भारत में चली शीतलहर का असर क्षेत्र में रहा तथा कभी ठंड तो कभी गर्मी के बाद अब आसमान पर छा रहे बादलों ने मावठे की आशंका बढ़ा दी है कृषक चिंतित है आम की फसल खराब होने की संभावना बढ़ने लगी है।
जानकारी के अनुसार मौसम में हो रहे परिवर्तन ने कषकों तथा व्यापारी सभी को परेशानी में डाला हुआ है विगत महीनों शीतलहर के कारण ठंड ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए अभी एक दिन पूर्व तक ठंडी तेज हवाएं चल रही थी वही कुछ घंटों तक गर्मी भी महसूस की गई । मगर 13-02-19 की रात से आसमान पर बादल छा रहे हैं जिस कारण मौसम में ठंड की कुछ कमी महसूस की जा रही है आज आसमान पर छाए बादलों से मावठे की वर्षा होने की आशंका व्यक्त की जा रही है खेतों में गेहूं चने की फसल लगभग तैयार तथा कटाई योग्य हो चुकी है अन्य फसलों के साथ ही आम के बगीचों में आम पर बोर (मोर) आ गए हैं लोगों का विश्वास है कि इस वर्ष विगत वर्षों की तुलना आम की अच्छी फसल आने की संभावना व्यक्त की जा रही है यदि आसमान से बादल नहीं हटते हैं तथा बादल छाए रहते हैं तो आम की फसल को भारी हानि होगी आम की अच्छी फसल के लिए तेज धूप की जरूरत होती है बादल रहने से आम के फल पर कीट का प्रकोप बढ़ने के कारण मौर खराब होंगे जिस कारण फलो की कमी होगी तथा आम की फसल खराब होने की संभावना व्यक्त की जा रही है क्षेत्र में मावठे की वर्षा होती है तो खेत में खड़ी फसलों को भी हानि संभव है क्षेत्र के कृषको को इसी के भय के कारण चिंता हो रही है।
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