मोदी सरकार के राज में देश की अर्थव्यवस्था वेंटिलेटर पर, रोजगार कोमा में, भाजपा ने देश की अर्थव्यवस्था का दीवाला निकाला : जिलाध्यक्ष महेश पटेल
फिरोज खान, अलीराजपुर
केंद्र की मोदी सरकार के राज मे देश की अर्थव्यवस्था वेंटिलेटर पर हे, रोजगार सृजन कोमा मे हे, न नोकरी है न रोजगार, कृर्षि क्षेत्र पर मंदी का दंश और भी बुरा हाल है। डूबती अर्थव्यवस्था, घटती बचत, व्यापार की तालाबंदी ओर बैक घोटालो में जनता के पैसे की लूट ने यह साबित कर दिया हे कि भाजपा की केंद्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था का दिवाला निकाल दिया हे। भारतीय अर्थव्यवस्था पर छाए वित्तीय संकट की जिम्मेदार भाजपा सरकार है, जिसने देश को वित्तीय आपातकाल के दरवाजे ला खड़ा किया हे। अर्थव्यवस्था पर छाए वित्तीय संकट की जिम्मेदार केंद्र की भाजपा सरकार हे। भाजपा सरकार हर कदम पर देशहित से खिलवाड़ कर रही हे। उक्त बाते सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता मे जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल एवं विधायक मुकेश पटेल ने कही।
भारत की वित्तीय व्यवस्था आपातकाल की स्थिति मे
पत्रकार वार्ता मे उन्होने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार 05 नवंबर से 15 नवंबर तक केंद्र की मोदी सरकार की नितियो के विरोध मे जिला स्तर पर धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जाना था। परंतु जिले मे धारा 144 लागु होने की वजह से उक्त धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम निरस्त कर आज पत्रकार वार्ता आयोजित कि गई हे। जिसमे श्री पटेल ने बताया कि भाजपा की मोदी सरकार ने देश की वित्तीय स्वायत्ता एवं आर्थिक स्थिरता को दांव पर लगा दिया हे। सच्चाई यह हे कि भारत वित्तीय आपातकाल की स्थिति में है। जले पर नमक छिड़कते हुए प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2019 में चीन वं 15 अन्य देशो के साथ एक मेगा फ्री टंेड, एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने का निर्णय किया हे। आरसेप रीजनल-कप्रेहेंसिव इकाॅनाॅमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट नामक इस समझौते द्धारा भारत चीन व अन्य विदेशी उत्पादो व सामान के लिए एक डंपिग ग्राउंड बन जाएगा। मोदी सरकार ने युवा भारत की शक्ति को बेहाली व बेरोजगारी की कगार पर लाकर खडा कर दिया हे। जिससे नोकरिया लुप्त हो गई एवं भयंकर बेरोजगारी बढ गई हे। भाजपा सरकार ने भारत के युवाओ के लिए शिक्षा की व्यवस्था एवं रोजगार के अवसरो को ध्वस्त कर दिया हे। नेशनल सैपल सर्वे आॅफिस के मुताबिक तो बेरोजगारी 45 साल में सर्वाधिक हे और तेजी से बढ रही हे। सेंटर फाॅर माॅनिटरिंग आॅफ इंडियन इकाॅनाॅमी के अनुसार बेरोजगारी की दर अगस्त 2019 में बढकर 8-19 प्रतिशत थी, 8.5ः हो गई हे। दुनिया की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के पायदान से नीचे खिसककर अब देश सातवे पायदान पर चला गया हे। भाजपा सरकार के पाँच सालों में बैक को से धोखाधड़ी के लगभग 25,000 मामले सामने आए, जिनमें बैंको को 1,74,255 करोड़ रुपए का चूना लगा हे। अपराधियो को दंड देने की जगह केद्र की भाजपा सरकार बैको से धोखा करने वालो का बचाव कर रही है। भाजपा सरकार मे देश के नागरिकों का पैसा लूटो और भाग जाओ अब नया नियम बन गया। अर्थव्यवस्था की वित्तीय स्थिरता की रक्षा करने वाले संस्थान, आरबीआई को मोदी सरकार की विफलताओं, वित्तीय कुप्रबंधन तथा राजनैतिक महत्वाकाक्षाओं को पूरा करने के लिए देश की आर्थिक स्थिरता को दांव पर लगाना पड़ा हे। भाजपा सरकार ने किसानो को बाजारी ताकतो के भरोसे छोड़ दिया हे। वर्तमान खरीफ मौसम में ही खरीफ फसलें समर्थन मुल्य से 8 प्रतिशत से 37 प्रतिशत नीचे यानि औसतन 22-5 प्रतिशत कम मुल्य पर बिक रही हे। करोड़ों किसानो को अपनी फसलो का समर्थन मूल्य भी नही मिल रहा हे। निर्यात आधे मुंह गिरा हे, जिससे कृर्षि उत्पादो की स्थिति ओर ज्यादा दयनीय हो गई हे। भारत की अर्थव्यवस्था पर भाजपा सरकार का पहला प्रहार नोटबंदी था। दूसरा आघात त्रुटिपूर्ण जीएसटी से किया। अब तीसरी चोट चीन सहित 15 पूर्व एशियाई देशों के मेगा रीज़नल फ्री टंेड एग्रीमेंट रीज़नल कंप्रेहेंसिव इकाॅनाॅमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (आरसेप) पर भाजपा सरकार के हस्ताक्षर के रूप में लगने वाली थी। वित्तीय संकट की गंभीर स्थिति को देखते हुए इस समय आरसेप के एग्रीमेंट का भारत की अर्थव्यवस्था, कृषि सेक्टर एवं रोजगार के निर्माण के लिए जानलेवा साबित होगा। परंतु कागे्रस सहित सभी प्रतिपक्षीय दलों ने केद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ इस देश विरोधी अनुबंध पर हस्ताक्षर न करने का दबाव बनाया और अंततः केंद्र की मोदी सरकार ने अभी इस अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से अपने आप को अलग करना पडा। मगर भविष्य में मोदी सरकार ऐसा कोई देश विरोधी कदम न उठाये ओर देश को वित्तीय आपातकाल मे धकेलने की बजाए रोजी-रोटी, व्यापार, कृषि को बचाने हेतु ठोस कदम बढ़ाये, इसके लिए प्रतिपक्ष हमेशा देशहित में अपना दायित्व निभाता रहेगा ओर मोदी सरकार को देशहित मे निर्णय लेने के लिए बाध्य करता रहेगा। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष ओमप्रकाश राठोर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राधेश्याम माहेश्वरी, प्रकाशचंद्र जेन, जवाहर कोठारी, खुर्शिद अली दिवान, अनिल थेपडिया, डा. एएम शेख, राहुल परिहार, अजहर चंदेरी, ईरफान मंसुरी, चितल पंवार, जाहिद खान, शंकर भाई आदि उपस्थित थे। उक्त जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी के जिला मिडिया प्रभारी रफीक कुरैशी ने दी।
)