कठ्ठीवाडा से गोपाल राठौर की रिपोर्टः कश्मीर जैसी हरियाली, खूबसूरती और पहाड़ व झरने, अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए अलीराजपुर के कठ्ठीवाडा को मिनी कश्मीर के रूप में पहचान जाता है। कश्मीर स्वर्ग तो यह मिनी स्वर्ग लेकिन यहां जाने का रास्ता नरक जैसा है। पेश है गोपाल राठौर की मिनी स्वर्ग की नारकीय दास्तां भरी यह रिपोर्ट।
आजाद नगर से कठ्ठीवाडा की दूरी महज 28 किलोमीटर है। यह कठ्ठीवाडा का मुख्य मार्ग है यहां तक तो सब कुछ ठीक है। इसके बाद आजाद नगर से काबरी सेल तक 15 किलोमीटर रास्ता लोक निर्माण विभाग की लापरवाही का शिकार है। यहां सड़क ज्यादा चौड़ी नहीं है इस वजह से कई बार आमने-सामने वाहन आने पर किसी एक वाहन को सड़क के नीचे उतरना पड़ता है और यही एक कदम जानलेवा साबित हो जाता है।
दरअसल, लोक निर्माण विभाग की लापरवाही की वजह से सड़क के किनारे एक से दो फीट गढ्ढे हो गए है। इस वजह से यहां हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बारिश के बाद लोक निर्माण विभाग की जवाबदारी थी कि वह मिट्टी के बहने से हुए गढ्ढों को भरकर सही तरीके से रखरखाव किया जाता।
इसके अलावा सड़क किनारे झाड़ियां भी बेतरतीब तरीके से बढ़ रही है लेकिन इन्हें भी काटकर व्यवस्थित नहीं किया गया। ऐसे में इस राह पर सफर करने के लिए हर कदम चुनौती भरा होता है।