महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण हेतु पुलिस अधीक्षक ने उर्जा महिला डेस्क की समीक्षा की

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आलीराजपुर। पुलिस अधीक्षक अलीराजपुर राजेश व्यास द्वारा दिनांक 29 मई 2025 को पुलिस नियंत्रण कक्ष अलीराजपुर में महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के क्षेत्र में बेहतर कार्य सुनिश्चित करने हेतु ऊर्जा महिला डेस्क में कार्यरत महिला अधिकारी/कर्मचारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में ऊर्जा महिला डेस्क की महिला अधिकारियों/कर्मचारियों के अतिरिक्त उप पुलिस अधीक्षक महिला सुरक्षा बी.एल. अटौदे एवं महिला थाना प्रभारी निरीक्षक मनोरमा सिसोदिया भी उपस्थित रहीं। बैठक के प्रारंभ में महिला थाना प्रभारी सिसोदिया द्वारा थानों में कार्यरत ऊर्जा महिला डेस्क की महिला अधिकारी एवं कर्मचारियों का परिचय पुलिस अधीक्षक से करवाया गया।

पुलिस अधीक्षक व्यास द्वारा ऊर्जा महिला डेस्क पर कार्यरत कर्मचारियों से फीडबैक प्राप्त किया गया एवं कार्य की समीक्षा की गई। उन्होंने निर्देशित किया कि

  • ऊर्जा महिला डेस्क को और अधिक सशक्त बनाने हेतु ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के बीच जाकर प्रचार-प्रसार किया जाए।

  • अधिक से अधिक पीड़ित महिलाओं को न्याय और सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला कर्मचारियों को भी इस पहल से जोड़ा जाए।

उर्जा महिला डेस्‍क के उद्देश्य (Objectives):

  1. महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना– समाज में महिलाओं के विरुद्ध हो रहे अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए एक समर्पित व्यवस्था उपलब्ध कराना।

  2. महिलाओं को सशक्त बनाना– महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर और सजग नागरिक बनाना।

  3. त्वरित सहायता प्रदान करना– पीड़िता को बिना देर किए सहायता, सलाह और कानूनी मार्गदर्शन देना।

  4. महिला संबंधित अपराधों की निगरानी और नियंत्रण– विशेष रूप से घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, साइबर अपराध जैसे मामलों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करना।

  5. पीड़ित महिला का विश्वास हासिल करना– एक संवेदनशील और भरोसेमंद वातावरण प्रदान करना ताकि महिलाएं बिना डर के अपनी शिकायत दर्ज कर सकें।

 उर्जा महिला डेस्‍क की कार्यप्रणाली (Working Mechanism):प्रत्येक जिले/थाने में “ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क” की स्थापना की गई है, जहां महिला पुलिस कर्मी तैनात रहती हैं। हेल्प डेस्क पर कार्यरत पुलिसकर्मियों को महिला अपराधों, साइकोलॉजिकल सपोर्ट और कानूनी पहलुओं पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। पीड़िता की पहचान और समस्या को गोपनीय रखा जाता है। उसके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाता है। हेल्प डेस्क पर महिला को मनोवैज्ञानिक और कानूनी परामर्श प्रदान किया जाता है। आवश्यकता पड़ने पर NGO या महिला आयोग से भी संपर्क कराया जाता है। शिकायतों की प्रगति की नियमित निगरानी की जाती है और पीड़िता से फीडबैक लेकर संतुष्टि सुनिश्चित की जाती है। ऑनलाइन उत्पीड़न, ब्लैकमेलिंग, सोशल मीडिया से जुड़े अपराधों में भी ऊर्जा डेस्क विशेष सहायता प्रदान करती है।

पुलिस अधीक्षक अलीराजपुर व्‍यास ने बताया कि मध्यप्रदेश पुलिस मे ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क का गठन महिलाओं की सुरक्षा, सहायता एवं सशक्तिकरण के उद्देश्य से किया गया है। यह एक विशिष्ट पहल है जो महिलाओं से जुड़े अपराधों की त्वरित सुनवाई, परामर्श, सहायता एवं न्याय सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है।

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