अलीराजपुर झाबुआ जिला जोकि आदिवासी बाहुल्य जिले है में अति शीघ्र भील समाज को मजबूती प्रदान करने हेतु समाज को संगठित करने के उद्देश्य से महानायक टंट्या भील सेना नाम से एक संगठन बनाए जाने की कबायद प्रारंभ होने के समाचार है जिसके लिए विगत दिनों एक विशाल बैठक का आयोजन अलीराजपुर जिले के क्षेत्र मंडार में रखा गया कार्यकारिणी का गठन भी किया गया।हमारे संवाददाता को भील समाज को नई दिशा प्रदान करने हेतु संघर्षरत तथा अतिशीघ्र महानायक टंट्या भील सेना के विशेष संयोजक रमेश बघेल (आम्बुआ) ने बताया कि दोनों जिलों में भील समाज बहुत बड़ी संख्या में निवासरत है समाज में व्याप्त कुरीतियों अंधविश्वास आदि को समूल नष्ट करने हेतु जनजागृति पैदा करने के उद्देश्य से वनांचल क्षेत्र अलीराजपुर झाबुआ तथा सीमा से सटे गुजरात प्रांत के भील समाज को एकत्र किया जा रहा है महानायक टंट्या भील सेना के गठन हेतु वनांचल क्षेत्र आमखुट वि.खं कट्ठीवाड़ा के मंडार में एक विशाल आयोजन संपन्न किया गया जिसमें रखे गए विचारों के अनुसार समाज में व्याप्त दहेज प्रथा को कम करना समाज को सुशिक्षित करना समाज में व्याप्त नशाखोरी को रोकना, अशिक्षित गरीब तथा वंचित शोषित परिवारों को मुख्यधारा से जोड़कर उनका विकास करना आदि अनेक उद्देश्य को समाहित किया गया सैकड़ों की संख्या में उपस्थित भील बंधुओं ने एक स्वर में समाज को ऊंचाई प्रदान करने का संकल्प किया बैठक में महानायक टंट्या भील सेना का गठन सर्वसम्मति से किया गया जिसमें अध्यक्ष पद पर रमेश बघेल (आम्बुआ) उपाध्यक्ष महेश बामनिया, कालू मेहड़ा, सागर बघेल तथा महासचिव पंकज बामनिया, संगठन सचिव राकेश भूरिया, दिलीप बामनिया, सचिन कटारिया, तथा सचिव पद पर पारसिंह देवरचिया, मोतीसिंह भूरिया, कृष्णा मावड़ा के अलावा मीडिया प्रभारी के रूप में सचिन कटारिया, संजय भूरिया, विनोद सिगांड़, महेश बामनिया को सर्वसम्मति से चुना गया