मप्र-गुजरात बॉर्डर पर पीडि़त मानवता के सहयोग के लिए सामाजिक संगठन व जरुरतमंद परिवारों के लिए आगे आया प्रशासन

0

भूपेंद्रसिंह नायक, पिटोल

इस समय सम्पूर्ण मानव सभ्यता वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रही इस विकट परिस्थिति में पिटोल बॉर्डर पर हजारों की संख्या में रोजाना प्रवासी मजदूरों का आना जारी है कोई भूखा होता है तो कोई नंगे पांव चलता है उनकी पीड़ा व्यथा है कि अब लोग डाउन 4.0 चालू हो गया है। देश के सभी राज्यों से में फंसे प्रवासी मजदूर अपने अपने गृह राज्य और अपने गांव में जाने के लिए जद्दोजहद कर रहे है। 3 सप्ताह पूर्व पिटोल बॉर्डर पर मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के प्रवासी मजदूरों का आना जारी है उनके भोजन पानी एवं गंतव्य तक ले जाने की व्यवस्था जिला प्रशासन लगा हुआ है वहीं इनकी सेवा में सामाजिक संगठन भी आगे आए हैं जिसमें गुजरात के लबाना समाज के लोगों ने कई दिनों तक खिचड़ी का वितरण किया निजी चिकित्सक संगठन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा की चप्पलों की व्यवस्था कल नंगे पैर चलने वाले प्रवासी मजदूरों को चप्पल पहनाई की वही शिव सेना जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी एवं अतुल चौहान मित्र मंडल द्वारा तरबूज को का वितरण किया। इसी बीच में मध्यप्रदेश शासन का उपक्रम मध्यप्रदेश इलेक्ट्रिक बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी रेखा मेडा, नीलेश बैरागी, राजेंद्र पटेल एवं समस्त बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा पानी की बोतल-बिस्किट एवं समस्त नंगे पैर चलने वाले लोगों के लिए चप्पलों का वितरण किया जा रहा है। वहीं जिला प्रशासन भूखे लोगों के लिए चयनित कर झाबुआ जिला प्रशासन दोहरी जवाबदारिया पूरी सिद्दत से निभा रहा है। जिला प्रशासन को अपने जिले की जनता को इस महामारी से बचाना भी है। साथ ही झाबुआ जिला गुजरात से लगा नेशनल हाईवे से जुडा है जिससे की मध्यप्रदेश,उत्तरप्रदेश, बिहार आदि राज्यों के लाखों की तादात में प्रवासी मजदूर जिले की पिटोल बॉर्डर से ही अपने गंतव्य तक पहुच रहे है , जहां भी जिला प्रशासन रोजाना हजारो लोगो को भर पेट भोजन करवाने सहित उनके गृह ग्राम भी पंहुचा रहा है। साथ ही अपने जिले में रह रहे उन गरीब परिवारों जो की लॉक डाउन के चलते अपने परिवार का पेट भरने की जद्दोजहद में दो वक्त की रोटी की भी जुगत नहीं कर पा रहे हो ऐसे परिवारों का भी पूरा ध्यान रख रहा है। जिले के अनुविभागीय अधिकारी डॉ अभयसिंह खराड़ी लगातार जिला कलेक्टर के सम्पर्क व निर्देशन में 24 में से 18 घंटे तक व्यवस्थाओ में लगे रहते है। आज पिटोल आरटीओ बेरियार पर पिटोल सहित आस पास के आधा दर्जन गावो के उन चिन्हित परिवारों को जो की दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर है और जिनके पास दो वक्त की रोटी की भी पूरी व्यवस्था नहीं है। ऐसे परिवारों को लगभग 10 किलो सुखी खाद्य सामग्री के पेकेट का वितरित किया गया। वितरण कर रहे अनुविभागीय अधिकारी झाबुआ डॉ अभयसिंह खराड़ी ने बताया कि कलेक्टर प्रबल सिपाहा के निर्देशन पर विभिन्न मापदंड जैसे की रेवेन्यु विभाग की जानकारी, रहन सहन के तरीके, रोजगार की स्थिति, मकान की स्थिति, गाव के लोगो का मशविरा आदि मापदंडो के आधार पर सम्पूर्ण जिले में उन गरीब परिवारों को ये राहत सामग्री वितरित की जाना है द्य इनमे दैनिक जीवन में उपयोगी खाद्य सामग्री जैसे 2 किलो आटा, 1 किलो खाद्य तेल, 1 किलो शकर, 1 किलो सोयावडी सहित सभी प्रकार के मिर्च मसाले, नमक, नहाने व कपडे धोने के साबुन भी है जिनका कुल वजन लगभग 10 किलो है।

राजेश तिवारी/ अतुल चौहान मित्र मंडल द्वारा पिटोल बॉर्डर पर तरबूजों का किया वितरण
आज पिटोल बार्डर पर युवाओं द्वारा प्रवासी मजदूर, बार्डर पर तैनात कर्मचारियो के बीच तरबुज का वितरण किया गया। गर्मी से परेशान प्रवासी मजदूरों ने तरबूज पा कर थोडी राहत की सांस ली। इस पुनित कार्य मै झाबुआ क्षेत्र के लोकप्रिय गायक कलाकार तिवारी कुंदनपुर, युवा मोर्चा के अतुल चौहान, मयंक पंचाल, कुलदीप पंवार, संजय परमार, मिलन पंचाल, गोपाल, विजय नायक, दशरथ नायक आदि युवा उपस्थित थे ।।।।इस कार्य की बार्डर पर तैनात अधिकारियो ने प्रशंसा की। तिवारी कुंदनपुर ने बताया जनसेवा ही लक्ष्य है और यह हमारा सौभाग्य है की कोरोना महामारी के बीच हमे सेवा करने का मौका मिला है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.