मतगणना से जुड़ी इन जानकारियों को समझिए ।

May

झाबुआ / अलीराजपुर लाइव ” अशोक बलसोरा” ( संपादक ) 

कांतिलाल भूरिया
कांतिलाल भूरिया

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रतलाम – झाबुआ लोकसभा उपचुनाव के लिए 21 नवंबर को हुऐ मतदान की मतगणना का काम 24 नवंबर की सुबह 8 बजे से संसदीय क्षेत्र के तीनो जिला मुख्यालय झाबुआ , रतलाम एंव अलीराजपुर मे किया जायेगा । इस उपचुनाव के लिए मुख्य रिटर्निंग अधिकारी झाबुआ कलेक्टर डा अरुणा गुप्ता को बनाया गया है रतलाम एंव अलीराजपुर कलेक्टर मतगणना के सहायक रिटर्निंग अधिकारी है वह दोनो अपने हर राउंड की मतगणना की रिपोर्ट झाबुआ कलेक्टर को देंगे ओर यही से अधिकृत रुप से हर घोषणा ओर जीत का प्रमाण पत्र  जीते हुऐ उम्मीदवार को देंगे ।

मतगणना के कवरेज के लिए ” कृपया” निम्न बिंदुओं को शामिल करे –

1)- रतलाम – झाबुआ लोकसभा उपचुनाव भाजपा सांसद ” स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया ” के निधन के चलते हो रहा है ।

2)- बीजेपी ने इस उपचुनाव मे स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया की विधायक बेटी निर्मला भूरिया को मैदान मे उतारा है ।

3)- कांग्रेस की ओर से पूव॔ केंद्रीय मंत्री ओर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ” कांतिलाल भूरिया ” उम्मीदवार है वह 6 वी बार लोकसभा के लिए इस सीट से किस्मत आजमा रहे है वह चार बार यहां से सांसद रहे है पांचवी बार वह मोदी लहर मे 2014 मे चुनाव हार गये थे ।

4)- निर्मला भूरिया झाबुआ के पेटलावद से मौजूदा विधायक है ओर पेटलावद से 4 बार विधायक चुनी जा चुकी है पहली बार वे कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुनी गयी थी । शिवराज सिंह सरकार मे वह 2007/8 मे चिकित्सा राज्य मंत्री भी रही है ।

5)- मोदी लहर मे 2014 लोकसभा चुनाव मे रतलाम – झाबुआ लोकसभा के अंतर्गत आने वाली सभी आठ विधानसभा सीटो मे से 7 पर बीजेपी के विधायक जीते थे जबकि एक थादंला सीट पर निर्दलीय विधायक कलसिंह जीते थे जो बीजेपी मे अघोषित रुप से शामिल है

6 )- मतगणना का मुख्य केंद्र झाबुआ होगा ओर झाबुआ कें पालीटेक्निक कालेज मे मतगणना होगी जबकि अलीराजपुर कें डाइट भवन एंव रतलाम कें कन्या महाविद्यालय परिसर मे मतगणना की जायेगी ।

7)- रतलाम – झाबुआ लोकसभा उपचुनाव के प्रचार अभियान मे बीजेपी की ओर से कमान खुद मुख्यमंत्री ” शिवराजसिंह ” ने अपने एक दर्जन कैबिनेट सहयोगियों ” के साथ संभाली थी उन्होंने करीब 60 से ज्यादा सभाऐ विगत 3 माह मे की थी प्रचार अभियान के दोरान ही उन्होंने 45 सभा की ओर 6 रात्रि विश्राम संसदीय क्षेत्र मे किये ।

8)- जिन मंत्रियों ने डेरा डाला हुआ था उनमें भूपेंद्र सिंह , डा नरोत्तम मिश्रा , डा गौरीशंकर शेजवार , अंतर्कलह आय॔ , विजय शाह , गोपाल भार्गव , गौरीशंकर बिसेन , मायासिंह शामिल थी इसके अलावा बीजेपी संगठन से प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान , प्रदेश संगठन मंत्री अरविंद मेनन एंव भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोय॔ शामिल थे ।

9)- कांग्रेस की ओर से कांतिलाल भूरिया के समर्थन मे कांग्रेस महासचिव मोहन प्रकाश , दिग्विजय सिंह , कमलनाथ , प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव , संजय निरुपम , सचिन पायलट , अजयसिंह ने प्रचार किया था ।

10 )- कांतिलाल भूरिया का जन्म झाबुआ जिले के राणापुर इलाके के ” मोरडूंडिया” गांव मे हुआ था तथा झाबुआ महाविद्यालय से 1972 मे उन्होंने छात्र राजनीति शुरु की थी भूरिया ने कानून की पढाई 1974 मे पूरी की थी ओर राज्य प्रशासनिक सेवा  मे डीएसपी पद पर चुन लिऐ गये थे मगर उन्होंने नोकरी नही की ओर राजनीती मे किस्मत आजमाई ।  बाद मे थांदला से 1980 से 1996 तक 5 बार विधायक चुने गये इस दोरान वे अर्जुन सिंह कैबिनेट मे संसदीय सचिव रहे तो दिग्विजय सरकार मे मध्य प्रदेश के अजाक मंत्री रहे । 1996 में वह पहली बार सांसद चुने गये । 2003 में भूरिया को यूपीए -1 में केंद्रीय कृषी राज्य मंत्री बनाया गया ओर यूपीए -2 में उन्हें केंद्रीय ट्राइबल मिनिस्टर बनाया गया । सन – 2011 मे भूरिया को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन 2013 का प्रदेश विधानसभा चुनाव हारने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था ओर मोदी लहर मे वे 1 लाख 8 हजार से अधिक वोटो से हार गये थे ।

11)- निर्मला भूरिया को राजनीती मे काफी धैर्यवान माना जाता है उनके पिता स्वर्गीय सांसद दिलीप सिंह भूरिया 5 बार कांग्रेस से सांसद रहे ओर निर्मला को राजनीति मे वे ही पेटलावद से कांग्रेस काफी विधायक सन – 1993 मे पटवा सरकार के रहते हुऐ भी कांग्रेस की ओर से पहली बार विधायक चुनी गयी । उसके बाद से वे लगातार विधायक रही लेकिन 2008 मे वे कांग्रेस के वालसिंह मैडा से चुनाव हार गयी थी लेकिन 2013 मेफिर से चुनाव जीत गयी । वे बीए – एलएलबी तक पढी है ।