ब्राह्मण समाज ने दलितों को पुजारी बनाने का जताया विरोध
मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
अलीराजपुर लाइव के लिए आलीराजपुर से रिजवान खान की रिपोर्ट-
ब्राह्मण समाज ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के नाम एक ज्ञापन एसडीएम पुरोहित को सौंपा। ज्ञापन में सरकार द्वारा दलितों व गैर ब्राह्मणों को पुजारी बनाने के निर्णय का पुरजोर ढंग से विरोध दर्ज करवाया। ब्राह्मणों समाज के जिलाध्यक्ष अशोक ओझा, नगर अध्यक्ष निरंजन मेहता, ब्राह्मण समाज शिव शक्ति महिला मंडल अध्यक्ष पूर्णिमा व्यास के नेतृत्व में समाजजन कलेक्टोरेट पर एकत्रित हुए ओर एसडीएम पुरोहित को ज्ञापन सौंपा।
यह की मांग
मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में बताया गया कि हमारे आदि देवता ब्रह्माजी के श्रीमुख से वेदों कि उत्पत्ति हुई है। वेदों में वर्ण व्यवस्था के अन्तर्गत हिन्दू समाज के चार वर्णो में विभाजित करते हुए उनके कर्म एवं दायित्वों व अधिकारों की विस्तृत व्याख्या की गई है। वेदों में स्पष्ट है कि पूजन, हवन, कर्मकांड एवं मंदिरों में पुजारी के रूप में सेवा देने का अधिकार केवल ब्राह्मणोंं को ही है। सरकार द्वारा गैर ब्राह्मणों को पुरोहित कर्मकांड का प्रशिक्षण देकर उन्हें मंदिरों में पुजारी नियुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। यह सनातन हिन्दू परंपरा के विरूे है। साथ ही ब्राह्मणों के सामाजिक अधिकारों पर कुठाराधात भी है। ब्राह्मण समाजजनों का उद्देश्य दलित एवं पिछड़ी जातियों के भाईयों का विरोध करना नही है। यदि आप वास्तव में उनका हित चाहतें है, तो उन्हें तकनीकी एवं व्यावासिक प्रशिक्षण देकर उनके लिए रङ्क्षजगार की व्यवस्था करें। देश में आरक्षण व्यवस्था से सबसे ज्यादा नुकसान ब्रह्माणों का ही हुआ है और अब आपकी सरकार हमारे मूल कार्य कर्मकांड में भी अतिक्रमण कर रही है। यह तो सरासर अनुचित है। अगर इस फैसले को रद्द नहीं किया गया तो देशभर में ब्राह्मणों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन का वाचन महेश उपाध्याय ने किया। आभार समाज के पूर्व अध्यक्ष आशुतोष पंचोली ने माना। इस दौरान महिला मंडल की सुनीता मेहता, प्रतिभा पंचोली, यशस्वी उपाध्याय, उषा शर्मा, प्रमिला ओझा, मीना ओझा,प्रियंका शर्मा, समाज कार्यकारिणी सदस्य कमलेश जोशी, प्रशांत मेहता, व्यंक्टेश मूर्ति, राजू उपाध्याय, योगेश ओझा, अरुण व्यास, संजय सिहोटा, आशुतोष दुबे आदि उपस्थित थे।