मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
आदिवासी समाज के महानायक कहे जाने वाले बिरसा मुंडा की एक विशाल प्रतिमा जिसे अलीराजपुर के सुरमय पहाड़ी क्षेत्र तथा मध्य प्रदेश के चेरापूंजी कहे जाने वाले प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र तथा गुजरात प्रांत की सीमा से सटे कट्ठीवाड़ा में 15 नवंबर को स्थापित की जानी है । आज 14 नवंबर को आम्बुआ में आने पर विशाल जुलूस का भव्य स्वागत पुष्प वर्षा कर किया गया।प्रतिमा के साथ चल रहे सुनील डुडवे ने बताया कि राजस्थान में निर्मित बिरसा मुंडा की भव्य प्रतिमा को 9 नवंबर को लेकर चले थे। अलीराजपुर जिले के सेजावाड़ा से मध्यप्रदेश में प्रवेश किया जहां पर समाज जनों ने भव्य स्वागत किया। आजाद नगर के बाद अलीराजपुर चांदपुर, फूलमार, उमराली, छकतला ,सोंडवा के बाद ग्रामीण क्षेत्र से होते हुए यह कारवां नानपुर खट्टाली जोबट आदि स्थानों से होकर आज आम्बुआ आया यहां से ग्रामीण क्षेत्रों से होता हुआ। रात्रि में कट्ठीवाड़ा वाला पहुंचकर 15 नवंबर को कट्ठीवाड़ा में प्रतिमा स्थापित की जाएगी समस्त आदिवासी संगठन के पदाधिकारी कार्यकर्ता आदि कट्ठीवाड़ा में एकत्र होकर विशाल आयोजन में भाग लेंगे प्रतिमा के साथ अरविंद कनेश, जालम सिंह चौहान, रुपेश अजनार, रितु लुहार, कमल भाई, तथा तेरसिंह भाई चल रहे थे ।आम्बुआ में आदिवासी समुदाय से जुड़े अनेक युवा तथा वरिष्ठ जनों तथा अन्य समाज के लोगों ने स्वागत किया पारंपरिक ढोल मांदल के साथ स्वागत के बाद यह यात्रा कट्ठीवाड़ा के लिए रवाना हो गई।
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