बाल विवाह करना स्वास्थ्य, शिक्षा और भविष्य पर गंभीर खतरा

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आलीराजपुर । जीवन ज्योति हेल्थ सर्विस के सहयोग से संचालित एक्सेस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रन संस्था ने चंद्रशेखर आजाद नगर ब्लॉक के रोली गांव में बाल विवाह के गंभीर दुष्परिणामों पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। संस्था के सदस्य भावेश सोलंकी ने बताया कि बाल विवाह से स्वास्थ्य समस्याएं, शिक्षा की कमी, गरीबी और हिंसा का खतरा बढ़ जाता है।

सोलंकी ने जोर दिया कि बाल विवाह लड़कियों को स्कूल छोड़ने पर मजबूर करता है, जिससे उनके शिक्षा और कौशल विकास के अवसर सीमित हो जाते हैं। शिक्षा की कमी के कारण वे आर्थिक रूप से अपने पति पर निर्भर हो जाती हैं, जिससे गरीबी का दुष्चक्र चलता रहता है। उन्होंने यह भी कहा कि बाल विवाह से गुजरने वाली लड़कियों को घरेलू हिंसा और शोषण का अधिक खतरा होता है।

रोजगार सहायक कलमसिंह बामनिया ने बाल विवाह को लैंगिक असमानता और भेदभाव का खतरनाक उदाहरण बताते हुए इसे समाज से मिलकर दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया। सचिव करम सिंह निनामा और वेटनरी नोडल अधिकारी नरसिंह हिसोर ने बाल विवाह से घरेलू हिंसा, एचआईवी/एड्स का खतरा बढ़ने और गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान नाबालिग लड़कियों की मृत्यु होने जैसी गंभीर समस्याओं पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों को बाल विवाह न करने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर रोली गांव के सरपंच राजेश कालिया, रोजगार सहायक कलमसिंह बामनिया, वेटनरी नोडल अधिकारी सुरेश डावर, मोबाइलाइजर पूजा भूरिया और कांता बारिया, तथा महिला बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर किरण गणावा सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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