प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अनियमितताओं का शिकार, प्रसूताओं को नहीं मिला निर्धारित भोजन चार्ट, दाल-चावल देकर किया जा रहा जमकर घालमेल

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भूपेंद्रसिंह नायक, पिटोल
जहां प्रदेश की भाजपा सरकार गरीबों के स्वास्थ्य को लेकर लाखों करोड़ों रुपए की योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी के संरक्षण में इन योजनाओं को पलीता लगाया जा रहा है, जहां सरकार द्वारा नवजात बच्चों की प्रसूता के लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था की जाती है। वहीं पिटोल के स्वास्थ्य केंद्र प्रसूता को केवल दाल-चावल, रोटी दी जा रही है और जो शासन की तरफ से भोजन का निर्धारित चार्ट है उसे कहीं भी चावल नहीं देना लिखा है परंतु कर्मचारियों एवं स्वयं सहायता समूह द्वारा यह कार्य किया जाता है उन की मिलीभगत से यह प्रसूता दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य केंद्र के चार्ट के अनुसार नहीं बनता
जिस प्रकार स्वास्थ्य केंद्र के रसोई केंद्र के अंदर जो चार्ट लिखा है उसमें सुबह 7 से 7.30 बजे चाय-बिस्किट दिया जाता है जाना होता है वह भी नहीं दिया जाता सुबह 9 से 9.30 बजे तक दूध, पोहा, गुड़, मेवा लड्डू दिया जाना होता है। वह भी नहीं आज तक दिया ही वही सुबह के भोजन में 1.30 से 2 बजे तक सलाद, रोटी सब्जी, लौकी गिलकी, भिंडी, पालक, दाल, अरहर, खड़ी मूंग, नमकीन दलिया आदि देना होता है। साथ ही संध्या को 3.30 से 4.3 बजे तक चाय-बिस्किट, सेवफल देना होता है, तो रात्रि भोजन में सलाद, रोटी, हरी सब्जी, टमाटर, खड़ी मूंग, दलिया, दूध होता है वही प्रसूताओं को चावल दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य केंद्र पर होता है व्यवसाय
जहां शासन प्रशासन की देखरेख में हैं स्वास्थ्य केंद्र का संचालन होना चाहिए वही स्वास्थ्य केंद्र की रसोई रूम में फोटो कॉपी की मशीन जेरोक्स मशीन संचालित की जा रही है अपनी मनमर्जी से जरा उसका पैसा वसूला जा रहा है।

भविष्य में ग्रामीणों ने प्रसूताओं से रुपया लेने की की शिकायत
जब भाजपा नेत्री एवं भीम फलिया पंचायत की सरपंच अंजू मेडा स्वास्थ्य केंद्र की अनियमितताओं का पत्रकार के साथ जायजा ले रही थी। अब वहां दबी जुबान में प्रसूता साथ आई वृद्ध महिलाएं कह रही थी कि प्रसव के बाद वहा की नर्स एवं स्वीपर रुपयों की मांग करती है और उन्हें देना पड़ते हैं जहां साफ सफाई करने वाले कर्मचारी भी प्रसूताओं को बिना को प्रशिक्षण इंजेक्शन लगा रहे हैं। जब प्रसूता को घर के लिए छुट्टी दी जाती है और जननी वाहन ले जाते हैं तो वह भी इनाम स्वरुप पैसों की मांग करता है
जिम्मेदारों की सुनो-
स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसूताओं को दाल, चावल, रोटी दी गई जबकि दलिया एवं पौष्टिक आहार देने का प्रावधान है। पूरा स्वास्थ्य केंद्र भ्रष्टाचार के दल-दल में फंसा हुआ है। – अंजू मेडा, सरपंच भीम फलिया
इनका कहना है
अगर स्वास्थ्य केंद्र पर चार्ट के हिसाब से खाना नहीं दिया जा रहा है और चावल दिए जा रहे हैं तो मैं दिखाता हूं। डॉक्टर अंतिम बडोले, स्वास्थ्य अधिकारी पिटोल

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