प्रशासन की मनमानी के चलते भगोरिया हुआ फेल, व्यापारियो में आक्रोश

May

जितेन्द्र वाणी@नानपुर
नानपुर भगोरिया उत्सव में प्रशासन द्वारा मेला स्थल बदलने से एवं पुलिस थाना ग्राउंड पर शिवरात्रि मेला को प्रशासन द्वारा भगोरिया पर्व से दो दिवस पूर्व बंद कर एवं भगोरिया पर उक्त मेले का संचालन नहीं करने के आदेश दिए थे परंतु क्या कारण रहा कि प्रशासन ने उक्त मेले को चलाने का आदेश दिया जबकि मेला स्थल का चाहिए सभी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया गया। वह मेले के लिए जगह का चयन किया गया वहीं पर मेला संचालन किया जाए परंतु क्या कारण बना की अचानक अधिकारी प्रशासन दबाव में आकर मेले का संचालन करने का आदेश दिया गया। चाइनीस जगह पर दुकानें लगाने एवं नई जगह मेला लगने से वहां पर ग्रामीण जनों को पता नहीं होने से मेला स्थल तक नहीं जा पाए और वहां पर बाहर से आई सारी प्रकार की दुकानें हैं लगाई गई थी। दुकानदार दिनभर ग्राहकी के लिए तरसता रहा एवं पूरी तरह से फ्री बैठा रहा दुकानदारों द्वारा दुकानें छोड़कर अधिकारियों के चक्कर लगाता रहा की पुलिस थाना ग्राउंड पर संचालित मेला बंद किया जाए एवं ग्रामीण जनों को चयनित मेला स्थल पर लाया जाए परंतु दुकानदारों की प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा एक न सुनी गई और व्यापारी निराश होकर अपनी-अपनी दुकानें हैं लेकर अपने अपने क्षेत्र में लौट गए प्रशासन द्वारा लिया गया निर्णय उचित नहीं था एवं व्यापारियों में आक्रोश और निराशा रही एवं ऐसा लग रहा की प्रशासन मेला संचालक के दबाव में चल रहे हैं।

इस बारे में सरपंच सावन मारू ने बताया कि कल नानपुर का भंगोरिया पर्व में हमे यही कहा था कि हम थाना ग्राउंड पर लगे मेले को पूरी तरह बंद रखेंगे लेकिन किसी संगठन के दबाव में प्रसाशन ने मेला चालू कर दिया दुकानदारो ने कलेक्टर, एसपी एडिशनल एसपी, विधायक मुकेश पटेल आदि से शिकायत भी की थी।