पुलिस सुस्त-चोर मस्त और जनता त्रस्त, पुलिस करे ना चाकरी, चोर करे चोरियां

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सलमान शैख़@ पेटलावद
बहुत पुरानी कहावत है पुलिस करे ना चाकरी.. को अभी तक यही कहा जा रहा था कि यह पंक्ति इतिहास बन गई है, लेकिन न यह इतिहास बनी और न ही इसके भविष्य की हम भविष्यवाणी करते है। कारण यह कि इसका उदाहरण हमें लगातार पेटलावद में देखने को मिल रहा है। भले ही पुलिस सामाजिक क्षेत्र व पर्यावरण संरक्षण के साथ अपराधों पर नियंत्रण को लेकर आए दिन कभी पुलिस कंट्रोल, कभी किसी पुलिस थाना क्षेत्र तो कभी किसी पुलिस चौकी पर प्रेसवार्ता आयोजित कर कभी किसी लूट, कभी किसी चोरी, कभी वाहन चोरियां तो कभी राहजनी का खुलासा करे पर पेटलावद पर पुलिसिया ऐसा कलंक लगा है कि क्षैत्र में हुई वारदातों का खुलासा आज तक नहीं हो सका। भले ही पेटलावद में बतौर एसडीओपी स्टेला सुलिया हो या या इनसे पूर्व रहे अफसर हो, जिन्होने भले ही आते ही बातें व कार्य बड़े-बड़े किये हों पर अंतत: निकले टांय-टांय फिस्स…।
जी हां, क्षैत्र में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है, मगर पुलिस अब तक किसी भी वारदात का खुलासा नही कर सकी है। चोर गिरोह ने अब शहर में व्यापारियो के साथ लूट की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया है, जिससे व्यापारियो में हडक़ंप और दशहत का माहौल बन गया है। सोमवार को सुबह सवा 10 बजे करीब शहर के गांधी चौक इलाके में अपनी दुकान पर पहुंचे अनाज व्यापारी भंवरलाल बोकडिय़ा के यहां से अज्ञात बदमाश रुपयो से भरा बैग पार कर गया। घटना के बाद पुलिस छानबीन में जुटी। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि पुलिस थाने से महज 200 मीटर दूरी पर यह वारदात हुई और पुलिस को पता ही नही चल पाया। बेग में करीब 10 हजार रुपये थे। भंवरलाल ने सुबह अपनी दुकान खोली ओर बेग तोल कांटे पर रखा था, तभी अचानक बदमाश ने मौका देख वह बेग पार कर लिया और फरार हो गया। व्यापारी ने उसका पीछा भी किया लेकिन वह भागने में कामयाब रहा।

निकले बच्चे, लिया पुलिस ने हिरासत में:
इस वारदात के बाद जब बदमाश की तलाश की गई और ढूंढा गया, तो वह कोई और नही बल्कि दो नाबालिग बच्चे थे। यह बच्चे बामनिया में लगे बाहरी लोगो के ढेरो से आए थे। जिन्होने इस लूट की वारदात को अंजाम दिया। यह बच्चे गांधी चौक में लूट करने के बाद थांदला मार्ग पर एक व्यापारी की दुकान में ऐसी ही वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे, लेकिन वह असफल हुए और नागरिको ने उन्हें पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। अभी दोनो बच्चे पुलिस हिरासत में है।

पूरे क्षैत्र में बदमाशो का खौफ, फिर भी पुलिस का सुस्त रवैया:
पूरे पेटलावद क्षैत्र में सक्रीय चोर गिरोह आए दिन चोरी, लूट जैसी बड़ी वारदातो को अंजाम दे खौफ फैला रहे है, लेकिन पुलिस गिरोह को दबोचने में अब तक नाकाम रही है। जब से पेटलावद अनुभाग में एसडीओपी स्टेला सुलिया और टीआई नरेंद्र वाजपेयी की पदस्थाना हुई है, तभी से वारदातो पर अंकुश लगाने के बजाय बढ़ावा दिया जा रहा है। दोनो ही अधिकारियो की कार्यप्रणाली इन दिनो सवालो के घेरे में है। न तो एसडीओपी इस ओर गंभीर है और न ही टीआई को इन वारदातो से कुछ लेना देना है, उन्हें तो बस थाने में रहकर अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री करना है।

एसडीओपी ने नही उठाया फ़ोन: इस सम्बंध में एसडीओपी स्टेला सुलिया से चर्चा करनी चाही, लेकिन उन्होंने फ़ोन नही उठाया।

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