मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ
आम्बुआ तथा समीप ग्राम बोरझाड़ के सड़क मार्ग की दोनों छोड़ की पट्टियां जो कि बाढ़ के कारण कट गई थी आज लगभग 15 दिनों से भी अधिक समय गुजर जाने के बाद भी उनकी उचित मरम्मत करने कोई नहीं आया जिस कारण दुर्घटना की संभावना बनी हुई है।हमारे संवाददाता के अनुसार क्षेत्र में विगत दिनों हुई मूसलाधार वर्षा के कारण यहां की हथनी नदी में लगभग 23 वर्षों बाद बाढ़ की स्थिति बनी नदी पर बने पुराने पुल के साथ ही ऊंचाई पर बने नए पुल को भी बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया, जिस कारण आम्बुआ बोरझाड़ का संपर्क अलीराजपुर दाहोद झाबुआ इंदौर के लिए यात्री वाहनों तथा मालवाहक एवं दोपहिया वाहनों को घंटों तक टूटा रहा हथिनी नदी में वर्षों बाद आई बाढ़ का पानी उतरने के बाद उसकी भयानकता का पता क्षेत्र में हुई हानि से लगाया गया । नए पुल के दोनों छोड़ो (किनारों) के सड़क की पटिया गहराई तक क्षतिग्रस्त हो गई।
पूर्व में समाचार प्रकाशन के बाद लोक निर्माण विभाग ने दोनों किनारों में मुर्रम मिट्टी डाली है मगर उसे दबाय नहीं गया है और न ही पत्थरों के बोल्डर ही लगाए गए हैं जिस कारण मिट्टी कभी भी धस सकती है सड़क किनारे कोई संकेत चिन्ह नहीं लगाए जाने से किनारों की ओर वाहन नीचे गिर सकते हैं जिससे जन हानि संभव है। पुलिस ने बैरिकेड लगाए हैं जिसमें से एक किन्ही शरारती तत्वों ने खाई में गिरा दिया है जिस कारण क्षतिग्रस्त स्थल दिखाई नहीं दे रहा है। अभी भी वर्षा कभी भी हो जाती है जिस कारण मोरम मिट्टी गीली होकर नीचे खिसक सकती है लोक निर्माण विभाग तथा ठेकेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है शायद किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार हो रहा है।
)