पिपलौदा लूट की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने किया पर्दाफाश : दाहोद गैंग के तीन लुटेरे पुलिस गिरफ्त में
दिनेश वर्मा झाबुआ/ भूपेन्द्र बरमंडलिया (मेघनगर)
21 मार्च की रात्रि में फरियादिया कालीबाई पति राजू डामोर उम्र 35 वर्ष निवासी खटामा अपने पति राजू एवं जमाई सुभाष के साथ छोटी पिटोल शादी में गये थे। वापस अपने घर आते समय मदरानी रोड ग्राम पिपलोदा में ईमली के झाड के पास पीछे से दो बाइक पर तीन से चार बदमाश आये व उनकी उनकी के आगे लाकर खड़ी कर दी व फरियादिया के साथ मारपीट कर उसके द्वारा पहने जेवर चॉदी की साकंली, चाँदी का कंदोरा, चाँदी का पायजब, चाँदी की बंगडी 10 नग, दो झेला चाँदी, बाहटिया चाँदी के 2 नग लूट कर फरार हो गये। झुमाझपटी में अज्ञात बदमाश का एक लाल रंग का टीशर्ट फरियादिया के हाथ में रह गया। फरियादिया ने हिम्मत दिखाते हुए बदमाशो का डटकर सामना भी किया परन्तु वह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गये। जिस पर थाना मेघनगर में धारा 394 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त लूट की वारदात की गंभीरता को देखते हुए एसपी आशुतोष गुप्ता द्वारा एसडीओपी थांदला एमएस गवली के नेतृत्व में लूट की घटना का जल्द से जल्द खुलासा करने के सख्त निर्देश दिए। जिस पर एसडीओपी थांदला द्वारा तीन टीमों का गठन किया गया। जिनको की अलग-अलग जिम्मेदारी दी गईए जिससे की लूट की वारदात का जल्द से जल्द पर्दाफाश हो सके।
इस तरह हुआ खुलासा
जब सभी बिन्दुओ पर बारीकी से जांच की जा रहीं थी तभी चौकी प्रभारी रंभापुर के नेतृत्व वाली पहली टीम को विश्वसनीय मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि रंभापुर में डॉक्टर बसंत खतेडिय़ा के अस्पताल के आस-पास संदेही समसू जो की दाहोद का रहने वाला है को लाल कलर की टीशर्ट पहने देखा गया था। जिस पर थाना प्रभारी मेघनगर निरीक्षक कैलाश चौहान के नेतृत्व वाली दूसरी टीम ट्रेक एनालिसेस व सीसीटीवी फुटेज का मिलान करते हुए कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए संदेही समसू निवासी गुलवार जिला दाहोद का रहने वाला बताया। संदेही समसु का गांव चौकी पिटोल क्षेत्र के समीप स्थित होने से चौकी प्रभारी पिटोल के नेतृतव में तीसरी टीम द्वारा संदेही समसू के गांव में मुखबीर मामुर किये गये तो वहां से यह पता चला कि समसू कही से लोटा हैए जो कि मोटर सायकल पर बिना शर्ट पहने ही गुम रहा था। जिस कारण पुलिस की शक की सूई संदेही समसु पर जाकर टीकी। आरोपी समसु को पुलिस हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी समसु ने सारा राज उगल दिया व बताया कि उसके साथ अन्य तीन ओर लोग सुमसिंह, सागर व कनेश थे जिनके साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा आरोपी सुमसिंह व सागर को भी पकडऩे में सफलता प्राप्त की। आरोपी द्वारा बताया गया कि ये रंभापुर में डॉक्टर से दवाई लेने आये थे लेकिन अस्पताल बंद होने से वापस लोट रहे थे तब रास्ते में फरियादिया दिखी जो कि काफी सारे आभूषण पहने हुए थीए जिसको देखकर लूट करने का विचार बनाया। आरोपियों से सख्ती से पुछताछ करने पर लूटे गये जेवर उनकी निशादेही से आरोपियों के घर से जप्त किये गये।
बरामद हुआ सामान-
चॉदी की साकंली, 500 ग्राम,चाँदी का कंदोराए 500 ग्राम, चाँदी का पायजबए 500 ग्राम, चाँदी की बंगडी 10 नग व दो झेला चाँदी, 500 ग्राम, बाहटिया चाँदी के 02 नग, 150, एक यामाहा एफझेड बाइक, एक बाइक होंडा शाइन, एक की-पेड मोबाइल, एक लालरंग का टी-शर्ट इस तरह कुल 1 लाख 94 हजार 600 की सामग्री जब्त की गई।
लूट में शामिल यह थे आरोपी
समसू पिता मेगडी मंडोड उम्र 43 वर्ष निवासी गुलवार जिला दाहोद, सुमसिंह पिता मानसिंह डामोर उम्र 40 वर्ष निवासी दीवानीया वड जिला दाहोद, सागर पिता वलसिंह डामोर उम्र 29 वर्ष निवासी दीवानीया वड जिला दाहोद, कनेश पिता सोमजी निवासी रातीगा जिला दाहोद जिन पुलिस द्वारा 10 हजार का इनाम घोषित किया गया था। यह सभी मोस्ट वांटेंड आरोपी है जिनका पूर्व में भी पुलिस रिकार्ड है।
इनका रहा सहयोग
संपूर्ण घटना का खुलासा करने में एसडीओपी थांदला एमएस गवली के नेतृत्व में थाना प्रभारी मेघनगर निरी. कैलाश चौहान, चौकी प्रभारी पिटोल उनि हिरूसिंह रावत. चौकी प्रभारी रंभापुर सउनि हरिसिंह चुण्डावत, कार्यवाहक सउनि शैलेन्द्र सिंह, सउनि दिनेश वमा, प्रआर ओम प्रकाश, प्रआर जंगलसिंह, आर नंदकिशोर, आर मंगलेश, आर महेश, आर संदीप, आर दीपक का सराहनीय योगदान रहा। उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक द्वारा पुरस्कृत करने की घोषणा की।