पशुधन संजीवनी पर समस्या दर्ज करने के बाद भी 17 घंटे बाद पहुंचे डॉक्टर, गौवंशीय पशु मृत

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विजय मालवी, खट्टाली
ग्राम बड़ी खट्टाली के अशोक माहेश्वरी ने मंगलवार लगभग 4 बजे पशुओं को तुरंत इलाज पहुंचाने के लिए शासन द्वारा शुरू की गई। 1962 पशुधन संजीवनी योजना पर फोन के माध्यम से अपनी बछड़ा बीमार होने की सूचना दी सूचना के बाद भोपाल से उन्हें एसएमएस द्वारा पशु चिकित्सक पहुंचने की भी जानकारी दी गई किंतु संबंधित डॉक्टर के नहीं पहुंचने तथा अन्य डॉक्टर के पहुंचने में करीब 17 घंटे व्यतीत हो गए। तब तक बछिया ने अपने प्राण त्याग दिए। ग्राम खट्टाली निवासी अशोक माहेश्वरी ने बताया कि मंगलवार दोपहर पश्चात अचानक उनकी बछड़ा बीमार हो गई तो उन्होंने पशुओं को तुरंत इलाज कराने के लिए शासन द्वारा प्रारंभ की गई पशुधन संजीवनी योजना के 1962 पर फोन लगाकर पशु के बीमार होने तथा उस वक्त मौजूद लक्षणों के आधार पर अपनी शिकायत वह समस्या दर्ज करवाई।भोपाल से तुरंत उन्हें एसएमएस के माध्यम से समस्या दर्द होने संबंधी सूचना के साथ पंजीयन क्रमांक 01030322910190000001 एवं संबंधित पशु चिकित्सक का नाम व मोबाइल नंबर भी भेजा गया। पशुपालक अशोक माहेश्वरी द्वारा संबंधित पशु चिकित्सक अजय वर्मा से संपर्क भी किया तो उन्होंने बाहर होने की बात कही ।बुधवार सुबह 10 बजे के लगभग अशोक माहेश्वरी को एक और मैसेज भेजा गया कि उनकी जगह एक अन्य डॉक्टर आकर पशुओं का इलाज करेंगे। दोपहर 12 बजे बाद डॉक्टर जब तक पहुंचे तब तक बछड़ा मर चुका था। पशुपालक अशोक माहेश्वरी द्वारा पशु सेवा संजीवनी पर पूरे मामले की जानकारी दी गई तो वहां से कहा गया यह भविष्य में आपके साथ ऐसा नहीं होगा। इस संबंध में उपसंचालक पशु चिकित्सा एम एल परमार का कहना है कि इस मामले को मैं दिखाता हूं तथा सम्बंधित पशु चिकित्सक से पूछताछ करता हूं। पशुपालक अशोक माहेश्वरी ने पुन: पशु संजीवनी सेवा केंद्र पर शिकायत दर्ज करवाई तो वहां से भी यही कहा गया कि संबंधित डॉक्टर से पूछताछ होगी।
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