बेटे को करीब 40 साल बाद मिली थी खोई हुई मां, दो सप्ताह बाद चल बसी, गांव में शोक की लहर

May

जितेंद्र वाणी, नानपुर

बेटे को करीब 40 साल बाद मिली मां दो सप्ताह बाद ही चल बसी, शनिवार रात मां का निधन हो गया। इससे गांव में शोक की लहर है। 

मामला आलीराजपुर जिले के नानपुर क्षेत्र के ग्राम फाटा का है। यहां रहने वाले भारत की मां करीब 40 साल से लापता थी। एक मित्र की मदद से दो सप्ताह पहले ही उसे अपनी मां दोबारा मिली थी। उसकी वृद्ध मां बड़वानी जिले के सेंधवा क्षेत्र के ग्राम बोरली में भीख मांगकर जिंदगी बसर कर रही थी। दरअसल हुआ यूं कि ग्राम फाटा का रहने वाला माधु किराड़े बड़वानी जिले के बोरली में जल योजना में काम करने गया था। यहां उसकी दोस्ती धरमसिंह से हुई। बातों-बातों में धरमसिंह ने माधु को बताया कि एक वृद्ध महिला वर्षों भीख मांगकर बोरली में गुजर बसर कर रही है। वह खुद को आलीराजपुर जिले की बताती है। माधु वृद्धा से मिला। इसके बाद उसे लगा कि महिला उसके मित्र भारत की मां हो सकती है। उसने वीडियो कॉल के जरिये महिला से बात कराई। इसके बाद भारत भी ग्राम बोरली पहुंचा। जहां भारत ने अपनी मां को पहचान लिया। भारत ने बताया था कि उसने तो अपनी मां से दोबारा मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी। लेकिन जब उसकी मां मिली तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। इसके बाद भारत बोरली से अपनी मां को लेकर भारत अपने गांव फाटा आ गया था। अभी साथ रहते करीब दो सप्ताह ही हुए थे कि उसकी मां का शनिवार रात को निधन हो गया। रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया

परिजन का कहना है हमारे घर की बुजुर्ग हमें मिल गई यही बहुत है। उन्होंने अपने अंतिम हमारे साथ बिताए। यह तो गनीमत रही कि हमें घर की बुजुर्ग मिल गई, अंतिम संस्कार भी पूरे विधि-विधान से कर दिया गया, अगर नहीं मिलती तो पता नहीं किस तरह अंतिम क्रिया पूरी होती। महिला के बेटे भारत का कहना है मां को खोजन के लिए पिता ने जमीन, पशु भी बेच दिए थे।