फाटा रेस्ट हाउस के हरे भरे नीलगिरी के पेड़ काटे, एसडीओ का अटपटा जवाब, बोले-रेस्ट हाउस में पाइप लाइन चोक हो रही थी इसलिए काटना पड़े

जितेंद्र वाणी, नानपुर

जोबट परियोजना में एक के एक बाद दूसरा मामला सामने आया है। पहले फाटा डेम की नहर समय रहते बंद नहीं की गई, साथ ही नहर भी क्षतिग्रस्त थी। लेकिन अब फाटा रेस्ट हाउस में नीलगिरी के हरे भरे पेड़ काट दिए गए हैं। जोबट परियोजना के एसडीओ ने अटपटा जवाब देते हुए कहा कि रेस्ट हाउस के पीने के पाइप की पाइप लाइन चोक हो गई इसलिए काटना पड़े हैं।

फाटा रेस्ट हाउस के अंदर हरे भरे नीलगिरी के पेड़ को काट कर लकड़ियों को अन्य जगह पहुंचाया गया है। इतना ही नहीं फाटा रेस्ट हाउस पर ऐसे तो लाखों रुपये के लोहे व अन्य भंगार सरकारी पड़ा था जिसको बगैर टेंडर व विज्ञप्ति के बेच कर लाखो रुपये का राजश्व का नुकसान सरकार को हो रहा है पर जिमेदार अधिकारी कभी भी इसकी सुध नही ले रहे है। मेंटेनेंस के नाम से लाखों रुपये कागजो में ही निकाल रहे है जब कि जमीन पर कुछ भी नया दिखाई नही देता है।

मामले में जब जोबट परियोजना अधिकारी एसडीओ राजू ठाकुर से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि फाटा रेस्ट हाउस में पीने के पाईप लाईन चोक हो रही थी जिसके कारण पेड़ काटे गये है। उच्च अधिकारी के निर्देशन पर साफ सफाई रहना चाइये रेस्ट हाउस में इस कारण भी कार्य चलने पर सफाई की जा रही है।

Comments are closed.