नानपुर स्थित राम चौक मे महाशिव पुराण कथा प्रारम्भ हुई। सुबह 10 बजे बडचौक स्थित शिव मंदिर से कलश यात्रा प्रारम्भ हुई, जिसने पूरे नगर में भ्रमण किया।
कलश यात्रा का पुष्प वर्षा के साथ साथ इन्द्र देवता ने भी स्वागत किया गया। कथा के यजमान हरिकांत गेंदालाल परिवार द्वारा पोथी को सिर पर रखकर विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया। प्रख्यात कथावाचक परमेश्वर धाम धामनोद के श्यामदासजी महाराज कथा का वाचन करेंगे। प्रथम दिवस की कथा मे शिव पुराण का वर्णन करते हुए कहा की भागवत कथा मरने की कला सिखाती है। राम कथा जीने की कला सिखाती है। मगर देवो के देव शिव की कथा मोक्ष की और ले जाती है। उन्होंने कहा की शिव दयालु है केवल एक लोटा पानी मे भी प्रसन्न हो जाते है जीवन मे कर्म महत्वपूर्ण है। कथा की प्रथम प्रसादी के लाभार्थी गणपत सा परिवार के बाबूलाल वाणी ने लिया। कथा श्रवण के लिए जोबट, अलीराजपुर, सुसारी, कुक्षी, निवाली सहित अनेक स्थानों से सैकड़ो की संख्या मे शिवभक्त शामिल हुए।