आदिवासी समाज के प्रति अशोभनीय टिप्पणी करने पर जयस ने मंत्री उषा ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

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जितेन्द्र वाणी, नानपुर
आदिवासी समाज के प्रति मप्र शासन की कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर द्वारा अपमानजनक टिप्पणी करने पर थाना प्रभारी नानापुर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि मध्यप्रदेशप्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर द्वारा आदिवासियों पर किए गए अपमानजनक शब्द कहे। वहीं धार जिले के ग्राम गुजरी की नदी में विषैले केमिकल उत्सर्जित होने के कारण मृत जीव जंतु मछलिया को देखकर स्थानीय आदिवासी भाइयों द्वारा शिकायत निराकरण कराने हेतु आदिवासी युवाओं ने जिले के दौरे पर आई मंत्री से ठाकुर से मिलकर अपनी बात रखी। मंत्री उषा ठाकुरने जवाब में आदिवासियों से कहा कि आप ऐसे विचित्र जगह पर क्यों बसे हो तुमने बसने से पहले क्या व्यवस्था देखी? तुमने तकलीफ वाली जगह चुनी, किसी ने नहीं कहा तुम ऐसी जगह आ कर बसों। संवैधानिक पद पर रहते हुए मंत्री का उपरोक्त बयान आदिवासी समाज के लिए बहुत ही अपमानजनक और अशोभनीय है। ऐसी टिप्पणी से अप्रत्यक्ष रूप से सिद्ध होता है किए मंत्री उषा ठाकुर आदिवासियों को प्रदत संवैधानिक गरिमा का सीधे अपमान कर रही है। जिस पर संपूर्ण आदिवासी समाज मंत्री उषा ठाकुर के बयानों से आहत और आक्रोश में है। प्रकृति के सबसे करीब और उसके सानिध्य में रहने वाले आदिवासी जल जंगल जमीन को बचाने एक मंत्री से निवेदन करने गए थे। तो इस प्रकार की गैर जिम्मेदाराना वक्तव्य निजी शासकीय और सामाजिक तौर पर स्वीकार नहीं है,जिससे आदिवासी समाज हमेशा अपमानित महसूस करते रहा है। ज्ञापन में जयस परिवार राज्यपाल से निवेदन करता है। उषा ठाकुर को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करें नहीं तो जयस आंदोलन करेगा जिसके जिम्मेदार शासन.प्रशासन रहेगा। इस अवसर पर जयस अध्यक्ष नवल सिंह मंडलोइ, मालसिंह तोमर, नवलसिंह बघेल, महेश चौहान भीलसिंह बघेल, मुकेश बघेल, सुनील आदि ने थाना प्रभारी को दिए ज्ञापन में मंत्री उषा ठाकुर को बर्खास्त करने और मंत्री पर एट्रोसिटी एक्ट1989 के तहत एफ आई आर दर्ज करने की मांग की।

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