नवपद ओलिजी का समापन,किरण प्रमोद पावेचा रहे आयोजन के लाभार्थी

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रितेश गुप्ता थांदला

तप प्रधान जिन शासन में नव पद ओलिजी का बड़ा महत्व है। अनेक आराधक वर्ष में दो बार इस तप की आराधना करते है। जानकरी देते हुए संघ अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, कोषाध्यक्ष प्रकाश शाहजी व ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढा ने बताया कि प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी की आज्ञानुवर्त महासती पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. आदि ठाणा – 4 के पावन सानिध्य में थांदला में नवपद ओलिजी तप की पूर्णाहुति सामूहिक पारणे के साथ हुई। इस धार्मिक आयोजन में करीब 71 श्रावक श्राविकाओं द्वारा वरण, द्रव्य, आयम्बिल तथा निवि तप की आराधना की गई। इस अवसर पर पूज्या श्री निखिलशीलाजी म. सा. ने सभी तपस्वियों के तप की अनुमोदना करते हुए उसे मंगलकारी बताया। तप के बारे में जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर ने बताया कि जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी व विराजित पूज्याश्री की पावन प्रेरणा से आराधकों ने 9 दिनों तक दूध, दही, घी, तेल, शक्कर, नमक, मिर्च आदि विगय रहित उबला हुआ आहार महज एक समय ग्रहण कर इस तप को किया जिसमें प्रतिदिन नवकार महामंत्र के पांच पद तथा ज्ञान, दर्शन, चरित्र व तप में से एक एक पद की आराधना की। सभी आराधकों के तप का लाभ स्व. मंगलादेवी पावेचा की स्मृति में श्रीमती किरण प्रमोद कुमार चांदमल पावेचा परिवार द्वारा लिया गया जिसकी व्यवस्था संघ के घोड़ावत, शाहजी, लोढ़ा, कुवाड़, रुनवाल, लुणावत, व्होरा, मेहता, गादिया, नाहर, तलेरा, पालरेचा, छाजेड़, पीचा आदि सभी परिवारों में सहयोग किया गया। पावेचा परिवार द्वारा प्रतिदिन तप आराधकों का बहुमान करते हुए प्रभावना भी वितरित की गई। धर्मसभा का संचालन संघ के सचिव प्रदीप गादिया ने किया।

संवर तप की आराधना सम्पन्न पुच्छीसुन्नम के जाप शुरू

श्री ललित जैन नवयुवक मंडल के सचिव सन्दीप शाहजी, अखिलेश श्रीश्रीमाल व समकित तलेरा ने बताया कि शरद पूनम पक्खी पर्व होने से करीब 46 श्राविकाओं तथा 10 श्रावकों ने 5-5 सामायिक के साथ आलोचना प्रतिक्रमण करते हुए रात्रि संवर तप की आराधना की। सभी आराधकों को मनीष कुमार अमृतलाल चोपड़ा परिवार द्वारा प्रभावना वितरित की गई। शासनपति श्रमण भगवान महावीर स्वामी के गुणानुवाद स्वरूप पुच्छीसुन्नम के जाप प्रतिदिन प्रातः 8:30 व सायं 7:30 बजे स्थानीय पौषध भवन पर होंगे। महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती सुधा शाहजी सचिव अनुपमा श्रीश्रीमाल आदि ने पुच्छीसुन्नम के जाप में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है।

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