दिनभर मशक्कत कर आधारकार्ड बनाने को मजबूर ग्रामीण

May

हरीश राठौड़, पेटलावद
सरकार द्वारा निजी संस्थाओं द्वारा आधार कार्ड बनाने पर रोक लगाकर आमजन के लिए परेशानी बढ़ा दी है। इन दिनों आधार कार्ड बनाने के लिए मारा-मारी चल रही है। पेटलावद में नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक के बाहर प्रतिदिन सुबह एक बड़ा हुजूम आधार कार्ड बनवाने के लिए उमड़ पड़ता है जहां आमजन परेशान हो रहे है किंतु प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। आधार कार्ड बनाने और उसमें सुधार के लिए आमजन परेशान हो रहे है। नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक में आधार कार्ड बनाने और सुधार करवाने के लिए पिछले एक माह से रोजाना सुबह से लंबी लाइन लग रही है। ग्रामीण जन सुबह से लेकर शाम तक परेशान हो रहे है। कई दिनों में नंबर लग रहा है फिर भी कोई त्रुटि रह जाती तो स्कूल व अन्य स्थान पर आधार कार्ड का उपयोग नहीं हो पा रहा है जिसमें सुधार करने के लिए भी ग्रामीणों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। इन दिनों नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक के सामने इस प्रकार की स्थिति बनी हुई है कि रोजाना सुबह कोई मेला लगता हो, यहां पर लगी भीड़ को देखकर हर कोई आश्चर्य करता है। आखिर इस प्रकार इतनी भीड़ क्यों है किंतु ग्रामीणों की मजबूरी हो गई है कि बिना आधार के उनका कोई काम नहीं हो रहा है यहां तक की बच्चों को स्कूल में भी भर्ती नहीं किया जा रहा है, जिसके लिए उनके पालक भी कई दिनों से आधार कार्ड बनाने के लिए परेशान हो रहे है। साथ ही आधार कार्ड नि:शुल्क है लेकिन आधार संचालक फिर भी अपनी मनमानी के मुताबिक बैंकों व सरकारी कार्यालयों में ग्रामीणों से आधार बनाने के नाम पर जमकर उगाही कर रहे हैं और जिम्मेदार मौन है।
प्रशासन का ध्यान नहीं-
जनता की इन परेशानियों की ओर प्रशासनिक अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है। आधार केंद्र की संख्या अधिक करने के लिए भी कोई प्रयास नहीं किए जा रहे है। धूप में खड़े रहने पर,आपसी विवाद होने की स्थिति में भी प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है। आधार कार्ड के लिए आए लोगों ने बताया कि आए दिन हमें परेशानी का सामना करना पड़ता है कई बार धक्का मुक्की में विवाद की स्थिति भी निर्मित हो जाती है, यहां व्यवस्था को सुधारने वाला कोई नहीं है। ग्राम रूपारेल के कैलाश का कहना है कि मंै लगातार 1 माह से चक्कर काट रहा हूं किंतु मेरा आधार कार्ड नहीं बना रोजाना परेशान हो रहा हूं। वहीं बेडाखो के कालूसिंह का कहना है कि मेरे बच्चों को स्कूल में भर्ती करवाना है आधार कार्ड में त्रुटि सुधार करवाना है किंतु लगातार प्रयास के बाद भी सुधार नहीं हो रहा है।